'सच तो ये है कि आतंकवादियों की हालत देखकर रोती है कांग्रेस', काशी से PM मोदी ने विपक्ष पर साधा निशाना

    PM Modi Varanasi Visit: काशी यानी वाराणसी… जहां गंगा बहती है और जहां हर बात धर्म, राष्ट्र और विकास के संगम से जुड़ती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को जब अपने संसदीय क्षेत्र काशी पहुंचे, तो महज एक राजनीतिक दौरा नहीं, बल्कि यह एक भावनात्मक और राष्ट्रीय गौरव से भरा क्षण बन गया.

    Congress cried on situation of terrorirst pm modi attack from kashi
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    PM Modi Varanasi Visit: काशी यानी वाराणसी… जहां गंगा बहती है और जहां हर बात धर्म, राष्ट्र और विकास के संगम से जुड़ती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को जब अपने संसदीय क्षेत्र काशी पहुंचे, तो महज एक राजनीतिक दौरा नहीं, बल्कि यह एक भावनात्मक और राष्ट्रीय गौरव से भरा क्षण बन गया. पीएम मोदी ने इस यात्रा को दो विशेष कारणों से ऐतिहासिक बना दिया एक ओर ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का आभार महादेव को समर्पित किया गया, तो दूसरी ओर देश के करोड़ों किसानों को सीधी सौगात दी गई.

    अपने संबोधन की शुरुआत में प्रधानमंत्री ने भावुक शब्दों में ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा की. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि उस वचन की पूर्ति थी जो उन्होंने देश की बेटियों के सिंदूर की रक्षा के लिए दिया था. उन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए जघन्य आतंकी हमले को याद करते हुए कहा, “26 निर्दोषों की हत्या ने मेरे हृदय को झकझोर दिया था. उस वक्त मैं बाबा विश्वनाथ से यही प्रार्थना कर रहा था कि पीड़ित परिवारों को संबल मिले… और आज, जब ऑपरेशन सिंदूर सफल हुआ है, तो मैं उसी बाबा के चरणों में आभार व्यक्त करने आया हूं.”

    आतंकवाद पर सख्त रुख, विपक्ष पर करारा हमला

    प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में विपक्ष पर भी सीधा प्रहार किया. उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि “जब हमारे जवान आतंकियों को ढेर करते हैं तो कांग्रेस के कुछ नेता तकलीफ में आ जाते हैं.” उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विपक्ष द्वारा की गई टिप्पणियों की निंदा करते हुए कहा, “कोई बताइए, क्या सिंदूर तमाशा होता है? क्या आतंकियों को मारने के लिए इजाजत लेनी चाहिए? क्या मैं समाजवादी पार्टी को फोन करूं कि अब आतंकियों को मारें या नहीं?” उनका यह बयान जनसभा में मौजूद हजारों लोगों की तालियों के साथ गूंज उठा.

    किसानों के लिए "विकास का पर्व", 21 हज़ार करोड़ की सीधी सौगात

    पीएम मोदी का वाराणसी दौरा महज राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों तक सीमित नहीं था. उन्होंने इसे किसानों का उत्सव बताया. सेवापुरी के बनौली गांव में उन्होंने 2183.45 करोड़ रुपये की 52 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इसके साथ ही पीएम किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त भी जारी की गई, जिससे देशभर के लगभग 10 करोड़ किसानों के खातों में कुल 21,000 करोड़ रुपये भेजे गए. उन्होंने कहा, “जब काशी से धन जाता है, तो वह प्रसाद बन जाता है.” यह पंक्ति सिर्फ एक भाषण नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री की उस सोच को दर्शाती है जो जनधन, किसान और काशी को एक साथ जोड़ती है.

    वाराणसी की जनता को धन्यवाद

    प्रधानमंत्री ने कहा कि वाराणसी के किसानों को 900 करोड़ रुपये बिना किसी बिचौलिए, बिना किसी घोटाले, सीधे उनके खातों में भेजे गए. “काशी की जनता ने एक ऐसा सांसद चुना है, जो न कमीशन खाता है, न भ्रष्टाचार करता है. हम जो कहते हैं, वो करते हैं.  बिना किसी नागा के, बिना किसी भेदभाव के,” उन्होंने ज़ोर देकर कहा. उन्होंने बताया कि पूरे देश में अब तक पीएम किसान योजना के तहत 3.75 लाख करोड़ रुपये भेजे जा चुके हैं, जिनमें से अकेले उत्तर प्रदेश को 90 हजार करोड़ और काशी को 900 करोड़ मिले हैं.

    आने वाली योजनाओं की झलक

    अपने भाषण के अंत में प्रधानमंत्री ने आने वाली कई योजनाओं का ज़िक्र किया. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री धन धान्य योजना के तहत 21 हजार करोड़ की नई योजना जल्द शुरू की जा रही है. इसके अलावा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अब तक 1.75 लाख करोड़ रुपये किसानों को मिले हैं. उन्होंने MSP में भी अभूतपूर्व वृद्धि की बात करते हुए कहा कि सरकार किसान को हर हाल में आर्थिक सुरक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है.

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