'भगवा आतंकवाद जैसा मिथ्या शब्द...', मालेगांव मामले में कोर्ट के फैसले पर CM योगी का रिएक्शन

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस फैसले का स्वागत करते हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को कटघरे में खड़ा किया और इसे 'सत्यमेव जयते' की जीत करार दिया.

    CM Yogi s reaction on court s decision in the Malegaon case
    Image Source: Social Media

    मालेगांव ब्लास्ट केस में अदालत ने बड़ा फैसला सुनाते हुए सभी आरोपियों को बरी कर दिया है. इस फैसले ने एक ओर जहां न्यायिक प्रक्रिया की गंभीरता को उजागर किया, वहीं राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस फैसले का स्वागत करते हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को कटघरे में खड़ा किया और इसे 'सत्यमेव जयते' की जीत करार दिया.

    कोर्ट के फैसले पर सीएम योगी की प्रतिक्रिया

    सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि, 'मालेगांव विस्फोट प्रकरण में सभी आरोपियों का निर्दोष सिद्ध होना 'सत्यमेव जयते' की सजीव उद्घोषणा है. यह निर्णय कांग्रेस के भारत विरोधी, न्याय विरोधी और सनातन विरोधी चरित्र को पुनः उजागर करता है, जिसने 'भगवा आतंकवाद' जैसा मिथ्या शब्द गढ़कर करोड़ों सनातन आस्थावानों, साधु-संतों और राष्ट्रसेवकों की छवि को कलंकित करने का अपराध किया है. कांग्रेस को अपने अक्षम्य कुकृत्य को सार्वजनिक रूप से स्वीकार करते हुए देश से माफी मांगनी चाहिए.'

    कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए क्या कहा?

    मालेगांव ब्लास्ट केस में फैसला सुनाते हुए स्पेशल कोर्ट ने कहा कि, 'कोई भी धर्म हिंसा नहीं सिखाता. आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता, लेकिन कोर्ट केवल धारणा के आधार पर दोषी नहीं ठहरा सकता.' कोर्ट ने यह भी कहा कि लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित के घर में विस्फोटक पदार्थ ले जाए गए या रखे गए या उन्होंने बम बनाया, इसका कोई सबूत नहीं है.

    विशेष अदालत ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ कोई पुख्ता वैज्ञानिक या फॉरेंसिक सबूत पेश नहीं किया जा सका. कर्नल पुरोहित और साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ विस्फोट या साजिश में सीधा संबंध नहीं दिखा. कश्मीर से आरडीएक्स लाने के दावे भी जांच में साबित नहीं हो सके.

    क्या है पूरा मामला?

    नासिक जिले के मालेगांव शहर की भिक्खू चौक पर 29 सितंबर, 2008 की रात करीब 9:35 बजे एक जबरदस्त धमाका हुआ था. उस समय रमजान का महीना चल रहा था, और धमाके के अगले ही दिन नवरात्रि की शुरुआत होनी थी. इस धमाके में 6 लोगों की मौत हो गई थी और 100 से ज्यादा घायल हुए थे. हादसे के बाद मामला तूल पकड़ गया और इसकी जांच पहले स्थानीय पुलिस, फिर एटीएस और बाद में एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) को सौंपी गई.

    "कांग्रेस की हिंदू आतंकवाद की साजिश ध्वस्त हो गई"

    भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'कांग्रेस की हिंदू आतंकवाद की साजिश ध्वस्त हो गई है. किसी भी आरोपी के खिलाफ कोई सबूत नहीं था. कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ लड़ने वाले कर्नल पुरोहित पर आरोप लगाया गया था. प्रज्ञा ठाकुर पर ब्लास्ट में अपनी मोटरसाइकिल का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया था. उन्हें इतना प्रताड़ित किया गया कि उसके बाद वह चल नहीं सकती थीं. यह विशुद्ध वोट बैंक की राजनीति के लिए कांग्रेस की साजिश थी. हम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं.'

    ये भी पढ़ें: मालेगांव ब्लास्ट केस में बड़ा फैसला: 17 साल बाद सभी आरोपी बरी, साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट