UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ में आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम के दौरान बलरामपुर में हुए अवैध धर्मांतरण रैकेट के सरगना जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने इस रैकेट से जुड़ी गंभीरता को उजागर करते हुए कहा कि ऐसे तत्वों के खिलाफ राज्य सरकार कड़ी कार्रवाई कर रही है. उनके बयान में साफ था कि राज्य सरकार समाज विरोधी और राष्ट्र विरोधी ताकतों के खिलाफ सख्ती से निपटेगी और समाज को टूटने नहीं देगी.
हिंदू बहन-बेटियों की इज्जत से खिलवाड़ नहीं सहेंगे"
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बलरामपुर में गिरफ्तार किए गए आरोपी, जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा, जो एक जल्लाद की तरह हिंदू बहन-बेटियों के साथ खिलवाड़ कर रहा था, अब सलाखों के पीछे है. सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा, "हमने समाज विरोधी और राष्ट्र विरोधी कार्यों में लिप्त तत्वों के खिलाफ कठोर कदम उठाए हैं. यह कदम न सिर्फ राज्य की सुरक्षा के लिए, बल्कि समाज के संस्कारों की रक्षा के लिए भी जरूरी है."
योगी आदित्यनाथ ने बलरामपुर में हुई कार्रवाई को लेकर कहा कि ऐसे कुकृत्य करने वाले लोगों को सख्त सजा मिलेगी और राज्य सरकार ऐसे लोगों को चकनाचूर कर देगी. उनका कहना था कि राज्य में अब ऐसी घटनाओं के लिए कोई जगह नहीं रहेगी, और हम देश और समाज के खिलाफ काम करने वाले लोगों से सख्ती से निपटेंगे.
क्या है मामला?
यह मामला यूपी के बलरामपुर जिले से जुड़ा हुआ है, जहां जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा पर अवैध धर्मांतरण के आरोप लगे हैं. छांगुर बाबा पर आरोप है कि वह हिंदू युवतियों को अपनी जाल में फंसाकर उनका धर्म परिवर्तन करवा रहा था. आरोप है कि वह एक संगठित गिरोह चलाता था और धर्मांतरण के लिए अलग-अलग जातियों के हिसाब से दाम तय करता था. ब्राह्मण, क्षत्रिय, और सिख लड़कियों के धर्मांतरण के लिए 15-16 लाख रुपये की दर तय थी, जबकि पिछड़ी जाति की लड़कियों के लिए यह रेट 10-12 लाख रुपये था. अन्य जातियों के लिए धर्म परिवर्तन का रेट 8-10 लाख रुपये था.
लालच और धमकी देकर धर्म परिवर्तन कराना
जानकारी के मुताबिक, छांगुर बाबा गरीब और असहाय लोगों को पैसे, नौकरी, या मुकदमे में फंसाने की धमकियां देकर धर्म परिवर्तन करने के लिए मजबूर करता था. उसकी यह साजिश एक बड़े रैकेट का हिस्सा थी, जिससे उसने लाखों रुपये की कमाई की थी. जांच में यह भी सामने आया है कि छांगुर बाबा को खाड़ी देशों से 100 करोड़ रुपये से अधिक की फंडिंग मिली थी.
इस धन का इस्तेमाल उसने बलरामपुर के मधपुर गांव में आलीशान कोठी, शोरूम और लग्जरी गाड़ियां खरीदने में किया. इसके अलावा उसने पुणे के लोनावला में भी संपत्ति खरीदी थी. छांगुर बाबा ने 40 से अधिक बैंक खातों के जरिए करोड़ों रुपये का लेन-देन किया, जिसका अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जांच किया जा रहा है.
छांगुर बाबा की आलीशान कोठी को मिट्टी में मिलाया
बलरामपुर में छांगुर बाबा के खिलाफ पुलिस और प्रशासन ने लगातार दूसरे दिन बुलडोजर कार्रवाई की. इस बार पुलिस ने उसकी आलीशान कोठी को जमींदोज कर दिया. यह कोठी मधपुर गांव में स्थित थी और इसमें करीब 40 कमरे थे. कोठी के छत पर बड़ा सोलर पैनल भी लगा हुआ था. इसके अलावा, छांगुर बाबा के पास दो शोरूम भी थे, जो रेडीमेड कपड़े और जूते बेचने का काम करते थे.
सुरक्षा बलों और प्रशासन द्वारा किए गए इस बुलडोजर एक्शन के बाद, लोगों में एक सख्त संदेश गया है कि अब किसी भी अवैध गतिविधि के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इससे यह भी साबित हुआ कि राज्य सरकार अवैध धर्मांतरण के रैकेट को रोकने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और इस तरह के तत्वों के खिलाफ कोई ढील नहीं दी जाएगी.
पुलिस और प्रशासन की सख्त कार्रवाई जारी
पुलिस और प्रशासन ने इस मामले में गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी इस मामले में अपनी जांच कर रहा है और आरोपियों की संपत्तियों की जांच कर रहा है. अधिकारियों का कहना है कि छांगुर बाबा और उसके सहयोगियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, और जो भी लोग इस रैकेट में शामिल हैं, उन्हें किसी भी हाल में बचने नहीं दिया जाएगा.
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