CM Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश की राजनीतिक धारा में 27 जुलाई 2025 का दिन ऐतिहासिक बन गया, जब योगी आदित्यनाथ ने राज्य के इतिहास में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. उन्हें यूपी के सीएम बने 8 साल 132 दिन हो गए हैं. वो लगातार दो टर्म से सीएम हैं.
वर्ष 1950 से उत्तर प्रदेश की राजनीति में जितने भी बड़े नाम आए, चाहे वो गोविंद बल्लभ पंत, एन.डी. तिवारी, मुलायम सिंह यादव, मायावती, या अखिलेश यादव रहे हों, किसी ने भी इस तरह लगातार दो कार्यकाल पूरे नहीं किए, जैसा योगी आदित्यनाथ ने किया है. 19 मार्च 2017 को पहली बार मुख्यमंत्री की शपथ लेने वाले योगी आदित्यनाथ ने पूर्ण कार्यकाल के बाद लगातार दोबारा सत्ता में वापसी करके इतिहास रचा.
सिर्फ सत्ता नहीं, बदलाव की मिसाल
योगी आदित्यनाथ का कार्यकाल केवल समय की लंबाई नहीं, बल्कि प्रभाव की गहराई से भी जाना जाएगा. वो प्रदेश, जो कभी अराजकता, भ्रष्टाचार और अपराध के लिए बदनाम था, आज बुनियादी ढांचे, निवेश और सुशासन के मानकों पर देशभर में उदाहरण बन चुका है. उत्तर प्रदेश की छवि बदलकर उन्होंने उसे ‘नया उत्तर प्रदेश’ का नाम दिया, और वह अब केवल नारा नहीं, हकीकत बन चुका है.
विधान भवन की प्राचीर पर 8वीं बार लहराया ध्वज
योगी आदित्यनाथ ने इस बार लगातार आठवीं बार विधान भवन की प्राचीर पर तिरंगा फहराकर एक और कीर्तिमान रच दिया. यह प्रतीक है उस निरंतर विश्वास का, जो जनता ने उनके नेतृत्व में जताया है. साल 1998 में मात्र 26 साल की उम्र में गोरखपुर से सांसद बनने वाले योगी आदित्यनाथ तब देश के सबसे युवा सांसदों में शुमार हुए थे. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.
साल 2014 में अपने गुरु महंत अवैद्यनाथ के निधन के बाद उन्होंने गोरखनाथ मठ के महंत का कार्यभार भी संभाला. उनकी आध्यात्मिक पृष्ठभूमि और जनसेवा के जमीनी अनुभव ने उन्हें राजनीति में अलग पहचान दी.
प्रधानमंत्री मोदी भी रच चुके हैं नया कीर्तिमान
गौरतलब है कि इसी सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी स्वर्गीय इंदिरा गांधी का रिकॉर्ड तोड़कर सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले प्रधानमंत्री का खिताब अपने नाम किया. ऐसे में केंद्र और उत्तर प्रदेश, दोनों स्तरों पर भाजपा नेतृत्व ऐतिहासिक पड़ाव छू रहा है.
योगी युग का असर
योगी आदित्यनाथ का कार्यकाल यह दिखाता है कि अगर नेतृत्व में स्थिरता हो, दृष्टि साफ हो और नीयत सच्ची हो, तो कोई भी राज्य देश के विकास का इंजन बन सकता है. उत्तर प्रदेश अब केवल जनसंख्या के लिहाज़ से नहीं, बल्कि गवर्नेंस मॉडल में भी सबसे आगे है.
ये भी पढ़ें- कश्मीर का नाम लेकर ट्रंप के करीब पहुंचा पाकिस्तान, क्या चीन को देगा धोखा? जानिए इशाक डार ने क्या कहा