जिस पाकिस्तान ने हर वैश्विक मंच पर चीन को अपना सबसे करीबी, भरोसेमंद और 'हर मौसम का दोस्त' बताया है, उसी चीन ने अब एक ऐसा काम कर दिया है जिससे पाकिस्तान की किरकिरी पूरे विश्व के सामने हो गई है. भारत द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत की गई एयरस्ट्राइक के जो प्रमाण पाकिस्तान लगातार नकारता रहा, अब उन्हीं के ‘मित्र’ चीन की सैटेलाइट कंपनी MizarVision ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने रख दिए हैं.
चीन की सैटेलाइट से खुली पोल
7 मई को भारत द्वारा की गई एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान इसे झूठा और ‘प्रोपेगेंडा’ बता रहा था, लेकिन MizarVision द्वारा जारी हाई-रेजोल्यूशन सैटेलाइट तस्वीरें साफ दिखा रही हैं कि रावलपिंडी स्थित नूर खान एयरबेस समेत कई अन्य पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर गंभीर क्षति हुई है. ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस एनालिस्ट डेमियन सायमोन द्वारा इन तस्वीरों का विश्लेषण किए जाने के बाद यह भी साफ हो गया है कि एयरबेस का रनवे ध्वस्त हो चुका है, हैंगर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हैं और सैन्य संचालन लगभग ठप हो गया है.
भारत ने आतंक के अड्डों को किया तबाह
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी. इस आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया. इस अभियान में भारत ने जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के ठिकानों को निशाना बनाया और वो भी ऐसे इलाकों में जो पाकिस्तान की वायुसेना की सुरक्षा में आते थे. इस ऑपरेशन के दौरान भोलारी और जैकबाबाद एयरबेस पर भी हमले किए गए, जिनकी पुष्टि अब न केवल चीनी सैटेलाइट ने की है, बल्कि भारतीय कंपनी KAWASPACE की तस्वीरों से भी यह तथ्य प्रमाणित हो गया है.
पाकिस्तान के साथ चीन की गद्दारी
इस घटनाक्रम में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि सबूत देने वाला देश खुद पाकिस्तान का दोस्त चीन है. चीन भले ही वैश्विक राजनीति में पाकिस्तान के पक्ष में खड़ा दिखता हो, लेकिन उसकी सैटेलाइट कंपनी MizarVision ने जो तस्वीरें साझा की हैं, वो पाकिस्तान की समूची कहानी को झूठा साबित कर रही हैं. पाकिस्तान जहां इस कार्रवाई को झुठलाने की भरपूर कोशिश कर रहा था, वहीं अब उसके पास कोई रास्ता नहीं बचा. यह एक कूटनीतिक झटका है, जो सीधे पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय साख पर वार करता है.
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