चीन ने शेयर किया DF-100 सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का वीडियो, देखें इसकी ताकत और खासियत

    वैश्विक सामरिक शक्ति संतुलन एक बार फिर चर्चा में है, क्योंकि चीन ने पहली बार अपनी गुप्त और खतरनाक मानी जाने वाली DF-100 सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का विस्तृत वीडियो सार्वजनिक किया है.

    China shared video of DF-100 supersonic cruise missile
    प्रतिकात्मक तस्वीर/ Sociel Media

    बीजिंग: वैश्विक सामरिक शक्ति संतुलन एक बार फिर चर्चा में है, क्योंकि चीन ने पहली बार अपनी गुप्त और खतरनाक मानी जाने वाली DF-100 सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का विस्तृत वीडियो सार्वजनिक किया है. इस मिसाइल को लंबे समय से एक रहस्यमयी हथियार माना जा रहा था, और अब इसके रफ्तार, मारक क्षमता और रेंज को लेकर सामने आई जानकारी ने अंतरराष्ट्रीय रक्षा हलकों में हलचल मचा दी है. विशेष रूप से अमेरिका के लिए यह मिसाइल एक बड़ी रणनीतिक चुनौती के रूप में देखी जा रही है.

    चीन के सरकारी मीडिया और रक्षा प्रतिष्ठानों ने DF-100 मिसाइल का दो मिनट लंबा फुटेज जारी किया है, जो पहली बार इस घातक हथियार को स्पष्ट रूप से उड़ान भरते और संचालन में दिखाता है. इससे पहले वर्ष 2019 में केवल कुछ सेकंड का एक क्लिप सामने आया था, जिसमें सिर्फ इसके लॉन्च व्हीकल को देखा जा सका था. वह वीडियो भी कुछ ही समय बाद हटा लिया गया था.

    अब हाल ही में जारी यह नया वीडियो पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) की एक आधिकारिक डॉक्यूमेंट्री में शामिल है, जो PLA की स्थापना की 98वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में तैयार की गई है. इस डॉक्यूमेंट्री का अंतिम एपिसोड जब सरकारी मीडिया चैनलों और सोशल मीडिया अकाउंट्स पर प्रसारित हुआ, तो दुनिया को पहली बार DF-100 के तकनीकी स्वरूप और परिचालन क्षमताओं की झलक मिली.

    मिसाइल के बारे में अब तक क्या-क्या पता चला?

    DF-100, जिसे पहले CJ-100 नाम से पहचाना गया था, एक सुपरसोनिक एंटी-शिप क्रूज मिसाइल है, जिसे चीन की PLA रॉकेट फोर्स द्वारा विकसित किया गया है. इस मिसाइल की रेंज लगभग 3,000 से 4,000 किलोमीटर तक मानी जा रही है जो इसे न केवल तटीय क्षेत्रों बल्कि गहरे समुद्र में स्थित लक्ष्यों पर भी हमला करने में सक्षम बनाती है.

    इसकी गति मैक 4 (ध्वनि की गति से चार गुना) बताई गई है, जिससे यह पारंपरिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम्स को चकमा देने में सक्षम हो सकती है. इसके साथ ही, यह मिसाइल 40 मिनट के भीतर अपने लक्ष्य को सटीकता से भेदने की क्षमता रखती है यह एक गंभीर सामरिक क्षमताओं का संकेत है.

    तकनीकी संरचना और सामरिक भूमिका

    DF-100 को ट्रक-लॉन्चर से दागा जाता है, जो इसे बेहद मोबाइल बनाता है और तैनाती के लिए बेहद लचीलापन देता है. इसके सुपरसोनिक प्रोफाइल के कारण इसे इंटरसेप्ट करना बेहद कठिन होता है, और यह समुद्र या ज़मीन के स्थिर और गतिशील दोनों प्रकार के लक्ष्यों को भेदने की क्षमता रखती है. इसका उद्देश्य स्पष्ट है दुश्मन के उच्च मूल्य वाले सैन्य संसाधनों, जैसे विमानवाहक पोत, सैन्य अड्डे, और सामरिक कमांड सेंटर को नष्ट करना.

    क्यों DF-100 को खतरे के रूप में देखा जा रहा?

    DF-100 की मारक क्षमता के कारण अमेरिका विशेष रूप से चिंतित है. इसकी रेंज में ताइवान, जापान, दक्षिण कोरिया, और यहां तक कि ओकिनावा व गुआम जैसे अमेरिकी सैन्य ठिकाने भी आ जाते हैं. इन क्षेत्रों में अमेरिका की मजबूत सैन्य मौजूदगी रही है, जिसे अब इस मिसाइल के कारण रणनीतिक पुनर्विचार की आवश्यकता हो सकती है.

    विशेषज्ञों का मानना है कि यह मिसाइल अमेरिका के ‘पैसिफिक डिटरेंस’ यानी प्रशांत क्षेत्र में शक्ति संतुलन बनाए रखने की रणनीति को कमजोर कर सकती है. इसकी अधिकतम रेंज से अमेरिका की दूसरी द्वीप श्रृंखला (Second Island Chain) के अंदर आने वाले ठिकानों की सुरक्षा पर भी सवाल उठने लगे हैं.

    DF-100: चीन के सामरिक इरादों का संकेत?

    इस मिसाइल का पहली बार वीडियो के रूप में प्रदर्शन न केवल तकनीकी शक्ति का प्रदर्शन है, बल्कि चीन की उस नई सैन्य नीति का संकेत भी देता है जिसमें वह अब पारदर्शिता और भय के एक मिश्रित संदेश के जरिए प्रतिद्वंद्वियों को जवाब देने की नीति पर काम कर रहा है.

    PLA द्वारा जारी यह डॉक्यूमेंट्री भी केवल प्रचार मात्र नहीं है, बल्कि यह चीन की बढ़ती आत्मविश्वास और अपने सामरिक इरादों को स्पष्ट रूप से व्यक्त करने का जरिया बन गई है. चीन यह दिखाना चाहता है कि वह न केवल तकनीकी रूप से उन्नत हो चुका है, बल्कि अब अपनी क्षमताओं को दुनिया के सामने लाने से पीछे भी नहीं हटेगा.

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