कबाड़ से मिली पिता की पासबुक ने बदल दी जिंदगी, रातों-रात बना डाला करोड़पति; जानें कैसे ?

    अक्सर हमारे घरों में एक अलमारी या कोना ऐसा होता है जहां पुराने, बेकार कागज़, बिल, और किताबें रखी होती हैं. कई बार इन्हीं पुराने कागज़ों में कोई यादगार चीज़ या कुछ जरूरी दस्तावेज़ निकल आता है. लेकिन सोचिए अगर इन्हीं में से कोई कागज़ आपको करोड़पति बना दे, तो?

    कबाड़ से मिली पिता की पासबुक ने बदल दी जिंदगी, रातों-रात बना डाला करोड़पति; जानें कैसे ?
    Image Source: Social Media

    अक्सर हमारे घरों में एक अलमारी या कोना ऐसा होता है जहां पुराने, बेकार कागज़, बिल, और किताबें रखी होती हैं. कई बार इन्हीं पुराने कागज़ों में कोई यादगार चीज़ या कुछ जरूरी दस्तावेज़ निकल आता है. लेकिन सोचिए अगर इन्हीं में से कोई कागज़ आपको करोड़पति बना दे, तो? ऐसा ही कुछ हुआ चिली के रहने वाले एक्सेक्विएल हिनोजोसा के साथ.

    रद्दी में मिला बेशकीमती खजाना

    एक दिन हिनोजोसा अपने घर की सफाई कर रहे थे और पुराने कागज़ छांट रहे थे. तभी उनकी नजर एक पुरानी सी पासबुक पर पड़ी. पहले तो उन्हें लगा ये कोई बेकार कागज़ है, लेकिन जब उन्होंने ध्यान से देखा, तो समझ आया कि ये उनके पिता की बैंक पासबुक है. हिनोजोसा भावुक हो गए, क्योंकि उनके पिता का निधन 10 साल पहले हो चुका था. पासबुक को देखकर उन्हें अपनी पुरानी यादें भी ताजा हो गईं.

    बिना किसी को जानकारी थी बैंक में जमा पैसे

    बैंक वालों से संपर्क करने पर पता चला कि उनके पिता ने 1960-70 के दशक में करीब 1.4 लाख रुपये (उस समय की राशि) एक घर खरीदने के लिए जमा किए थे. लेकिन उनके निधन के बाद परिवार को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी. समस्या यह थी कि वह बैंक अब बंद हो चुका था, तो हिनोजोसा को लगा कि अब यह पैसा शायद मिल नहीं पाएगा.

    ‘स्टेट गारंटी’ ने बदल दी किस्मत

    जब उन्होंने पासबुक को गौर से देखा, तो एक शब्द ने उनका ध्यान खींचा  “State Guarantee”. इसका मतलब होता है कि अगर बैंक बंद हो जाए, तो सरकार उस जमा राशि की जिम्मेदारी लेती है. यहीं से उन्हें उम्मीद मिली कि शायद उन्हें सरकार से ये पैसा मिल सकता है.

    लड़ाई लड़ी और जीते करोड़ों

    हिनोजोसा ने सरकार से संपर्क किया और अपने पैसों की मांग की. लेकिन सरकार ने शुरू में पैसे लौटाने से इनकार कर दिया. इसके बाद उन्होंने कानूनी लड़ाई लड़ी और मामला कोर्ट तक पहुंचा. अंत में कोर्ट ने हिनोजोसा के पक्ष में फैसला सुनाया और सरकार को आदेश दिया कि वो हिनोजोसा को ब्याज सहित पैसा लौटाए. सरकार ने उन्हें 1.2 मिलियन डॉलर (लगभग 10.27 करोड़ रुपये) वापस किए. इस तरह हिनोजोसा रातों-रात करोड़पति बन गए.

    सीख क्या मिलती है?

    यह कहानी हमें यह सिखाती है कि कभी भी पुराने कागज़ों को नजरअंदाज मत कीजिए. कानूनी अधिकारों को समझिए और ज़रूरत पड़ने पर उनका इस्तेमाल करिए. उम्मीद कभी मत छोड़िए, किस्मत कभी भी पलट सकती है. क्या पता, आपके घर की रद्दी में भी कोई खजाना छुपा हो.