बाउंड्री के बाहर जाकर बॉल उछाली तो... क्रिकेट में कैच पकड़ने के नियमों में हुआ बदलाव, वीडियो से समझें

    क्रिकेट में बाउंड्री कैच को लेकर लंबे समय से चली आ रही बहस अब समाप्त होने जा रही है.

    Changes in the rules of catching on the boundary in cricket
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- Internet

    क्रिकेट में बाउंड्री कैच को लेकर लंबे समय से चली आ रही बहस अब समाप्त होने जा रही है. मेरीलेबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने इस नियम में महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए बाउंड्री के बाहर जाकर गेंद को बार-बार उछालने की तकनीक को सीमित कर दिया है. नया नियम अक्टूबर 2026 से MCC के आधिकारिक नियमों में शामिल होगा, लेकिन ICC इसे पहले ही लागू करने जा रही है.

    17 जून से श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज से यह नियम प्रभावी हो जाएगा.

    नया नियम क्या कहता है?

    अब यदि कोई फील्डर बाउंड्री के बाहर जाकर गेंद को हवा में उछालता है, तो उसके पास केवल एक बार ही गेंद को हवा में उछालने का अधिकार होगा. इसके बाद फील्डर को या तो गेंद खुद पकड़नी होगी या फिर साथी खिलाड़ी को कैच लेने देना होगा.

    इसका मतलब यह है कि पुराने नियम, जहां खिलाड़ी हवा में कई बार गेंद को उछालकर खुद को दोबारा बाउंड्री के अंदर लाते थे और फिर कैच पूरा करते थे, अब अमान्य होंगे.

    दो प्रमुख स्थितियां जो अब बदलेंगी:

    पहली स्थिति:

    अगर कोई खिलाड़ी बाउंड्री के अंदर से गेंद को उछालकर खुद बाउंड्री के बाहर जाता है और फिर हवा में गेंद को बार-बार उछालता है, तो अब उसे केवल एक बार ही गेंद को हवा में उछालने की अनुमति होगी. पहले इस तकनीक का इस्तेमाल कर खिलाड़ी लगातार हवा में गेंद उछालकर कैच पूरा कर लेते थे.

    दूसरी स्थिति:

    यदि एक खिलाड़ी बाउंड्री के बाहर से गेंद को उछालकर बाउंड्री के अंदर फेंकता है और फिर दूसरे खिलाड़ी ने कैच लिया, तो यह कैच तभी वैध माना जाएगा जब गेंद को उछालने वाला खिलाड़ी बाउंड्री के अंदर हो. अगर वह बाउंड्री के बाहर है, तो बल्लेबाज नॉट आउट रहेगा.

    माइकल नेसेर का कैच बना था बड़ा मुद्दा

    2023 में बिग बैश लीग (BBL) में माइकल नेसेर द्वारा बाउंड्री के बाहर जाकर गेंद को बार-बार हवा में उछालते हुए लिया गया कैच क्रिकेट जगत में बड़े विवाद का कारण बना था.

    नेसेर ने नियमों के मुताबिक कैच तो वैध तरीके से लिया, लेकिन इसने खेल की ‘स्पोर्टिंग स्पिरिट’ पर सवाल खड़े कर दिए. आलोचकों का मानना था कि बाउंड्री से काफी बाहर जाकर गेंद को उछालना खेल की नैतिक भावना के खिलाफ है. यही घटना इस नियम में बदलाव की बड़ी वजह बनी.

    इससे पहले भी उठे थे सवाल

    2020 में BBL में भी ऐसी ही स्थिति आई थी, जब ब्रिसबेन हीट के मैट रैनशॉ ने बाउंड्री के बाहर से गेंद को अंदर फेंका और साथी खिलाड़ी टॉम बंटन ने कैच पूरा किया था. उस समय भी थर्ड अंपायर ने कैच को मान्य करार दिया था, लेकिन इस पर काफी बहस हुई थी.

    MCC के अन्य हालिया बदलाव

    MCC ने हाल ही में क्रिकेट के दो अन्य नियमों में भी बड़े सुधार किए हैं:

    1. वनडे में दो नई गेंदों के नियम में संशोधन

    • अब पहले 34 ओवर तक दोनों छोर से अलग-अलग नई गेंदों का इस्तेमाल किया जाएगा.
    • 35वें ओवर के बाद दोनों छोर से केवल एक ही गेंद का उपयोग होगा, जिसे फील्डिंग टीम चुनेगी.
    • अगर मैच 25 ओवर से कम का होता है, तो पूरी पारी में केवल एक ही गेंद का उपयोग होगा.

    यह नियम 2 जुलाई से श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच वनडे सीरीज में लागू होगा.

    2. कन्कशन सब्स्टीट्यूट नियम में सुधार

    • अब टीमें मैच से पहले पांच कन्कशन रिप्लेसमेंट खिलाड़ियों की सूची मैच रेफरी को देंगी. इसमें विकेटकीपर, बल्लेबाज, तेज गेंदबाज, स्पिनर और ऑलराउंडर का नाम शामिल करना अनिवार्य होगा.
    • सिर में चोट लगने की स्थिति में इन्हीं पांच में से किसी खिलाड़ी को फील्ड में भेजा जाएगा.
    • पुराने नियम के तहत रिप्लेसमेंट का फैसला मैच के दौरान किया जाता था, अब यह पहले से तय रहेगा.

    कब से लागू होंगे नए नियम?

    • बाउंड्री कैच और कन्कशन सब्स्टीट्यूट के नए नियम 17 जून से श्रीलंका-बांग्लादेश टेस्ट सीरीज से प्रभावी होंगे.
    • वनडे गेंद का नया नियम 2 जुलाई से लागू होगा.

    MCC द्वारा औपचारिक रूप से ये नियम अक्टूबर 2026 से MCC के कानूनों में शामिल किए जाएंगे.

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