अहमदाबाद में बांग्लादेशी घुसपैठियों के अवैध निर्माण पर बुलडोजर एक्शन, अब तक 890 संदिग्ध हिरासत में

    गुजरात के अहमदाबाद में शाहआलम क्षेत्र के निकट चंडोला तालाब के आसपास बांग्लादेशी घुसपैठियों द्वारा किए गए अवैध निर्माणों पर प्रशासन ने मंगलवार को बड़ा एक्शन लिया. इस कार्रवाई में 50 बुलडोजर और 36 डंपर की मदद से अवैध ढांचों को ध्वस्त किया गया.

    Bulldozer action on illegal construction of Bangladeshi intruders in Ahmedabad 890 suspects detained so far
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- Internet

    अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद में शाहआलम क्षेत्र के निकट चंडोला तालाब के आसपास बांग्लादेशी घुसपैठियों द्वारा किए गए अवैध निर्माणों पर प्रशासन ने मंगलवार को बड़ा एक्शन लिया. इस कार्रवाई में 50 बुलडोजर और 36 डंपर की मदद से अवैध ढांचों को ध्वस्त किया गया. ऑपरेशन में पुलिस, क्राइम ब्रांच, स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (SOG), साइबर क्राइम यूनिट और स्पेशल रिजर्व पुलिस (SRP) की टीमें संयुक्त रूप से तैनात रहीं.

    अवैध फार्महाउस पर भी चला बुलडोजर

    कार्रवाई के दौरान पुलिस अधिकारियों को 2000 वर्ग गज क्षेत्र में फैला एक भव्य फार्महाउस मिला, जो झुग्गियों के बीच खड़ा था. प्रारंभिक जांच में इसका स्वामित्व 'लल्ला बिहारी' नामक एक व्यक्ति का सामने आया, जो कार्रवाई से पहले फरार हो गया. फार्महाउस को अवैध घोषित करते हुए तत्काल ध्वस्त कर दिया गया.

    890 संदिग्ध हिरासत में

    पुलिस द्वारा चंडोला तालाब क्षेत्र और आसपास के इलाकों में छापेमारी कर अब तक कुल 890 संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है. इनमें से 143 लोगों की पहचान बांग्लादेशी नागरिकों के रूप में की गई है.

    हिरासत में लिए गए सभी व्यक्तियों के दस्तावेजों की गहन जांच की जा रही है. कई लोगों के पास से भारतीय आधार कार्ड भी बरामद हुए हैं, जिनकी सत्यता की जांच जारी है. पुलिस ने उनके मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए हैं और डिजिटल डेटा की पड़ताल कर रही है.

    केंद्र सरकार के निर्देश के बाद कार्रवाई

    पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों को निर्देश जारी करते हुए विदेशी नागरिकों की पहचान और अवैध रूप से रह रहे लोगों को वापस भेजने की प्रक्रिया तेज करने को कहा था. इसी क्रम में गुजरात सरकार ने राज्य भर में बड़े स्तर पर अभियान शुरू किया है.

    अहमदाबाद में शनिवार रात 12 बजे से रविवार सुबह 6 बजे तक चले विशेष ऑपरेशन के तहत बड़ी संख्या में लोगों को हिरासत में लिया गया. सूरत सहित अन्य बड़े शहरों में भी समान कार्रवाई की गई है.

    अगला कदम: पहचान के बाद निर्वासन

    पुलिस सूत्रों के अनुसार, जिन व्यक्तियों के पास वैध भारतीय दस्तावेज नहीं पाए जाएंगे, उन्हें कानूनी प्रक्रिया के तहत उनके देश वापस भेजने की तैयारी की जा रही है. राज्य सरकार का स्पष्ट निर्देश है कि किसी भी अवैध नागरिक को राज्य में रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

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