Aakash Air Defence: ब्राजील ने हाल ही में भारत के स्वदेशी आकाश एयर डिफेंस सिस्टम की खरीदारी को रद्द कर दिया है और अब वह यूरोपीय रक्षा कंपनी MBDA से समझौता करने पर विचार कर रहा है. हालांकि यह रक्षा समझौते पर बातचीत में असहमति कोई नई बात नहीं है, लेकिन तुर्की की मीडिया ने इस फैसले को अपने लिए एक अवसर के रूप में देखा है. तुर्की की एक प्रमुख वेबसाइट TRHaber ने इस खबर को अपने पृष्ठ पर प्रकाशित करते हुए कहा कि भारत ने आर्मेनिया को आकाश मिसाइल प्रणाली इसलिए बेची थी क्योंकि यह तुर्की के ड्रोन को मार गिराने में सक्षम है. हालांकि, तुर्की मीडिया का मानना था कि आकाश प्रणाली उस मामले में प्रभावी नहीं है, इस कारण ब्राजील ने आकाश सिस्टम को खरीदने का अपना फैसला बदल दिया.
तुर्की और पाकिस्तान के रिश्ते: एक और अहम मोर्चा
तुर्की के पाकिस्तान के प्रति समर्थन को देखते हुए इस खबर को एक और महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखा जा रहा है. तुर्की ने पाकिस्तान के प्रति अपने दोस्ताना रुख को कई बार सार्वजनिक किया है, खासतौर पर ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, जब तुर्की ने पाकिस्तान का समर्थन किया था. तुर्की की मीडिया जो राष्ट्रपति एर्दोगन के करीबी मानी जाती है, भारतीय और आर्मेनियाई मामलों में भी अपनी आलोचना जाहिर करती रही है.
तुर्की से एयर डिफेंस प्रणाली लेने का सुझाव
तुर्की की वेबसाइट HRHaber ने ब्राजील को तुर्की की एयर डिफेंस प्रणाली, Hisar-A और Hisar-O , खरीदने का सुझाव दिया है. वेबसाइट ने कहा कि तुर्की की वायु रक्षा प्रणाली ब्राजील के लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकती है. रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि अगर ब्राजील तुर्की से समझौता करता है, तो एंब्रेयर के KC-390 सैन्य कार्गो विमान पर भी दोनों देशों के बीच सहयोग हो सकता है.
आकाश मिसाइल का ऑपरेशन सिंदूर में प्रदर्शन
जब भारत की आकाश मिसाइल प्रणाली ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के आतंकी कैंपों को निशाना बनाया, तब इस प्रणाली ने अपनी ताकत और क्षमता को साबित किया. भारत की आकाश प्रणाली ने पाकिस्तान को चीन से प्राप्त HQ-9 डिफेंस सिस्टम के मुकाबले बेहतरीन प्रदर्शन किया. चीन के एयर डिफेंस सिस्टम ने भारतीय मिसाइलों के हमलों के आगे हार मान ली, जबकि आकाश ने दुश्मन के हमलों को प्रभावी रूप से रोक दिया.
आकाश मिसाइल प्रणाली की विशेषताएँ
भारत का आकाश सिस्टम 4.5 किमी से लेकर 25 किमी तक की दूरी तय करता है और 100 मीटर से लेकर 20 किलोमीटर तक की ऊंचाई पर हवाई खतरों से निपट सकता है. यह पूरी तरह से स्वचालित और कमांड गाइडेंस सिस्टम से लैस है. आकाश मिसाइल प्रणाली हेलीकॉप्टर, लड़ाकू विमान और मानव रहित हवाई वाहनों को भी निशाना बनाने में सक्षम है.
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