सावधान! जवानी में ही बुढ़ापा ला रहा Smartphone, रिसर्च में चौंकाने वाला खुलासा, ऐसे करें बचाव

    रिसर्च में सामने आया है कि स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से निकलने वाली ब्लू लाइट न सिर्फ आंखों को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि त्वचा को समय से पहले बूढ़ा भी कर सकती है.

    Blue light from smartphones can speed up ageing and cause skin pigmentation
    Image Source: Freepik

    आज की जिंदगी में स्मार्टफोन हमारी जरूरत से ज़्यादा, हमारी आदत बन चुका है. सुबह उठते ही सबसे पहले फोन चेक करना और रात को सोने से पहले तक स्क्रीन से चिपके रहना अब आम बात हो गई है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये आदत हमारी त्वचा के लिए कितनी खतरनाक हो सकती है? रिसर्च में सामने आया है कि स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से निकलने वाली ब्लू लाइट न सिर्फ आंखों को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि त्वचा को समय से पहले बूढ़ा भी कर सकती है.

    क्या है ब्लू लाइट और क्यों है यह स्किन के लिए हानिकारक?

    ब्लू लाइट, जो स्मार्टफोन, लैपटॉप, टीवी और टैबलेट जैसी डिवाइसेज की स्क्रीन से निकलती है, दरअसल हाई-एनर्जी विजिबल (HEV) लाइट होती है. वैज्ञानिकों के मुताबिक, ये लाइट स्किन सेल्स में गहरे तक प्रवेश कर उनकी संरचना को नुकसान पहुंचा सकती है. इससे स्किन की कोशिकाएं सिकुड़ने लगती हैं और समय से पहले डेड हो सकती हैं — जिससे चेहरे की चमक खत्म होने लगती है और बुढ़ापे के लक्षण जल्दी दिखाई देने लगते हैं.

    ब्लू लाइट से होने वाली त्वचा संबंधी समस्याएं

    विशेषज्ञों का मानना है कि ब्लू लाइट त्वचा में एजिंग प्रोसेस को तेज कर देती है. इससे चेहरे पर झुर्रियां, झाइयां, टैनिंग और हाइपरपिगमेंटेशन जैसी समस्याएं होने लगती हैं. लगातार और लंबे समय तक स्क्रीन के संपर्क में रहने से त्वचा पर सूजन आ सकती है और त्वचा की प्राकृतिक मरम्मत की प्रक्रिया धीमी हो जाती है.

    अपनी त्वचा को कैसे बचाएं?

    अगर आपकी दिनचर्या में स्क्रीन के सामने समय बिताना ज़रूरी है, तो कुछ आसान उपायों को अपनाकर आप अपनी त्वचा को इस नुकसान से बचा सकते हैं.

    स्किनकेयर प्रोडक्ट्स: विटामिन C और विटामिन E युक्त सीरम्स और क्रीम्स त्वचा को पोषण देने के साथ ब्लू लाइट के असर को कम करने में मदद करते हैं.

    ब्लू लाइट प्रोटेक्शन क्रीम: अब बाजार में ऐसे प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं जो खासतौर पर HEV लाइट से सुरक्षा देने के लिए बनाए गए हैं.

    स्क्रीन टाइम कम करें: कोशिश करें कि अनावश्यक रूप से फोन या लैपटॉप की स्क्रीन से दूर रहें. हर 20 मिनट बाद आंखों और त्वचा को स्क्रीन से ब्रेक देना अच्छा होता है.

    नाइट मोड का इस्तेमाल करें: अधिकतर डिवाइसेज में अब नाइट मोड या ब्लू लाइट फिल्टर ऑप्शन होता है, जिसका उपयोग करके आप नुकसान को थोड़ा कम कर सकते हैं.

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