बिहार के भागलपुर जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई के बजाय बच्चों से मजदूरी कराई जा रही है. स्कूल, जो बच्चों को शिक्षा देने की जगह होने चाहिए, वहां अब बच्चे झाड़ू-पोंछा और दूसरे काम करने को मजबूर हैं. ऐसी ही एक घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिससे शिक्षा विभाग की काफी बदनामी हो रही है.
स्कूटी साफ करवा रहीं थीं मैडम
यह मामला जगदीशपुर प्रखंड के मुखेरिया मध्य विद्यालय का है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि दो शिक्षिकाएं बच्चों से अपनी स्कूटी पर लगा कीचड़ साफ करवा रही हैं, वो भी क्लास के समय में. पास ही खड़े एक ग्रामीण ने यह वीडियो बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
कुछ नहीं, मैडम की स्कूटी में कचरा लग गया था, अब बच्चे दिखे तो मैम ने साफ करवा लिया. और देखो वो दूर से निहार भी रही हैं.
— Avinash Tiwari (@TaviJournalist) April 12, 2025
इसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया!
भागलपुर, बिहार pic.twitter.com/WWghjUhNHz
पहले भी सामने आ चुका है ऐसा मामला
ऐसा ही एक मामला सुल्तानगंज के एक स्कूल से भी सामने आया था, जहां शिक्षक बच्चों से बालू ढोने का काम करवा रहे थे. लेकिन उस मामले में भी किसी शिक्षक के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई नहीं हुई. अब लगातार हो रही ऐसी घटनाओं से बच्चों के माता-पिता काफी नाराज हैं. उनका कहना है कि वो बच्चों को स्कूल पढ़ने भेजते हैं, मजदूरी करने नहीं.
जांच के बाद कार्रवाई का दावा
इस पूरे मामले पर जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार शर्मा ने कहा कि उन्हें वीडियो मीडिया के जरिए मिला है और इसकी जांच की जा रही है. दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने सुल्तानगंज वाले पुराने मामले पर भी जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है. सवाल ये है कि जब बार-बार ऐसी घटनाएं हो रही हैं, तो शिक्षकों पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही? क्या बच्चों को पढ़ाई की जगह इस तरह के कामों में लगाना ठीक है?