बिहार सरकार ने छात्रों की शिक्षा यात्रा को और सरल बनाने के लिए एक खास पहल की है. बहुत से होनहार विद्यार्थी केवल पैसों की कमी के कारण अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ने को मजबूर हो जाते हैं. इसी समस्या का समाधान लेकर आया है बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, जिसके तहत अब हर छात्र अपने सपनों की ऊंची उड़ान भर सकेगा.
4 लाख तक का शिक्षा ऋण
इस योजना के अंतर्गत छात्रों को 4 लाख रुपये तक का लोन बेहद कम ब्याज दरों पर उपलब्ध कराया जाता है. यह राशि बीए, बीएससी, बीटेक, एमबीबीएस समेत प्रोफेशनल और तकनीकी कोर्स की पढ़ाई में खर्च की जा सकती है. खास बात यह है कि लोन की गारंटी सरकार खुद देती है, इसलिए छात्रों को किसी संपत्ति को गिरवी रखने की जरूरत नहीं होती.
भुगतान की प्रक्रिया और ब्याज दर
लोन की अदायगी की शुरुआत कोर्स पूरा होने के बाद होती है. सामान्य छात्रों के लिए ब्याज दर 4% रखी गई है, जबकि महिलाओं, दिव्यांगों और ट्रांसजेंडर छात्रों के लिए यह घटाकर 1% कर दी गई है. इस राशि का इस्तेमाल केवल ट्यूशन फीस ही नहीं, बल्कि हॉस्टल शुल्क, किताबें और लैपटॉप जैसी शैक्षिक जरूरतों पर भी किया जा सकता है.
एक बार ही मिलेगा योजना का लाभ
सरकार ने इस योजना के नियम स्पष्ट कर दिए हैं कि छात्र केवल एक बार ही इसका लाभ उठा सकते हैं. उदाहरण के लिए, यदि कोई विद्यार्थी पॉलिटेक्निक की पढ़ाई के दौरान यह लोन ले चुका है, तो आगे बीटेक या अन्य उच्च शिक्षा के लिए उसे यह सुविधा दोबारा नहीं मिलेगी.
लोन के लिए जरूरी दस्तावेज
लोन लेने के लिए छात्रों को कुछ अहम कागजात जमा करने होते हैं. इनमें लास्ट पासिंग सर्टिफिकेट, आधार कार्ड, छात्र और अभिभावक का रेजिडेंस प्रूफ, बैंक पासबुक, कॉलेज का फी स्ट्रक्चर और बोनाफाइड सर्टिफिकेट शामिल है. सभी कागजात पूरे होने पर छात्र आसानी से इस योजना का लाभ उठा सकते हैं.
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