Bihar: पहले फोन पर बात, फिर दफ्तर में घंटों मुलाकात... क्या 'साइकिल' की सवारी करने वाले हैं तेज प्रताप यादव?

    Tej Pratap Yadav In SP Office: बिहार की राजनीति में एक बार फिर उबाल है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से बाहर किए जाने के बाद तेज प्रताप यादव अब अपने अगले सियासी ठिकाने की तलाश में दिखाई दे रहे हैं.

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    Tej Pratap Yadav In SP Office: बिहार की राजनीति में एक बार फिर उबाल है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से बाहर किए जाने के बाद तेज प्रताप यादव अब अपने अगले सियासी ठिकाने की तलाश में दिखाई दे रहे हैं. हाल ही में तेज प्रताप का पटना स्थित समाजवादी पार्टी (SP) के प्रदेश कार्यालय में पहुंचना इस बात के संकेत दे गया कि वह अब ‘साइकिल’ की सवारी करने का मन बना चुके हैं.

    करीब एक घंटे तक बंद कमरे में हुई बैठक के बाद यह सवाल ज़रूर हवा में तैरने लगा है कि क्या तेज प्रताप यादव अब समाजवादी पार्टी के साथ नई राजनीतिक पारी की शुरुआत करेंगे?

    अखिलेश यादव से हो चुकी है बातचीत

    सूत्रों के मुताबिक, तेज प्रताप यादव की समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव से वीडियो कॉल पर बातचीत भी हो चुकी है. इस बातचीत में अखिलेश ने सीधे सवाल किया था कि तेज प्रताप चुनाव लड़ना चाहते हैं या नहीं. तेज प्रताप ने हामी भरी, और कहा कि चुनावी मैदान में उतरने से पहले लखनऊ आकर मुलाकात करेंगे.

    अखिलेश यादव ने भी उनसे कहा कि "जब लखनऊ आओ तो जरूर बताना." यह संवाद करीब एक महीने पहले हुआ था, लेकिन अब जब तेज प्रताप ने सपा दफ्तर में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है, तो इन अटकलों को और बल मिल रहा है.

    पारिवारिक विवाद के बाद बदली राह

    तेज प्रताप का RJD और लालू परिवार से दूर होना अचानक नहीं था. मई में उनकी कथित निजी ज़िंदगी को लेकर विवाद खड़ा हुआ. सोशल मीडिया पर उनकी और अनुष्का यादव की तस्वीरें सामने आने के बाद, लालू यादव ने उन्हें पार्टी और परिवार से निष्कासित कर दिया.

    तेज प्रताप ने इसके बाद न केवल अपनी गाड़ी से RJD का झंडा हटाया, बल्कि ‘टीम तेज प्रताप यादव’ नाम से अलग संगठन भी खड़ा कर लिया. अब वे महुआ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटे हुए हैं और लगातार वहां जनसंपर्क कर रहे हैं.

    सपा से गठजोड़ या नई पार्टी?

    हालांकि अभी तक न तेज प्रताप और न ही समाजवादी पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा की गई है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज है कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले तेज प्रताप कोई बड़ा दांव खेलने वाले हैं. वे सपा का दामन थाम सकते हैं या फिर अपनी नई पार्टी को मजबूती देने के लिए गठबंधन का सहारा ले सकते हैं. फिलहाल सभी निगाहें तेज प्रताप की अगली चाल पर टिकी हैं. क्या वे अखिलेश यादव की ‘साइकिल’ के साथ आगे बढ़ेंगे या किसी तीसरे विकल्प को चुनेंगे – यह आने वाला वक्त ही बताएगा.

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