Bihar Sugarcane Farmers: बिहार में गन्ना उद्योग को बढ़ावा देने और किसानों की आमदनी में इजाफा करने के लिए राज्य सरकार ने एक बार फिर बड़ा कदम उठाया है. सरकार ने अपनी गुड़ उत्पादन योजना के लिए आवेदन की अंतिम तारीख को 25 दिसंबर 2025 तक बढ़ा दिया है. इससे उन किसानों और निवेशकों को राहत मिली है, जो पहले समय सीमा के चलते आवेदन नहीं कर पाए थे.
इस योजना के तहत अलग-अलग क्षमता वाली गुड़ उत्पादन इकाइयों को सरकारी अनुदान दिया जाएगा. सरकार का उद्देश्य न केवल गन्ना किसानों की आमदनी बढ़ाना है, बल्कि ग्रामीण स्तर पर रोजगार सृजन और चीनी उद्योग को मजबूती प्रदान करना भी है.
अनुदान की राशि और शर्तें
योजना के तहत इकाइयों की पूंजी लागत का 50% तक अनुदान दिया जाएगा. यह सहायता राशि इकाई की पेराई क्षमता के आधार पर तय की गई है. गन्ना पेराई क्षमता के अनुसार अनुदान राशि का विवरण इस प्रकार है:
इस तरह की वित्तीय सहायता से छोटे और बड़े दोनों प्रकार के निवेशक और किसान अपने गुड़ उत्पादन यूनिट को स्थापित कर सकते हैं. यह कदम ग्रामीण क्षेत्रों में व्यवसाय के अवसर बढ़ाने और स्थानीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
आवेदन प्रक्रिया और वेबसाइट
जो किसान या निवेशक इस योजना में शामिल होना चाहते हैं, वे ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. आवेदन ccs.bihar.gov.in पोर्टल पर जमा किए जाएंगे. सरकार ने स्पष्ट किया है कि अब आवेदन की नई अंतिम तिथि 25 दिसंबर 2025 है. इससे पहले यह समय सीमा 25 नवंबर 2025 थी. आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को ध्यान रखना होगा कि सभी जरूरी दस्तावेज और विवरण सही तरीके से भरें.
योजना का लाभ और ग्रामीण विकास पर असर
बिहार सरकार का कहना है कि इस योजना से गन्ना किसानों को बेहतर मूल्य मिलेगा और वे अपनी उपज से अधिक मुनाफा कमा सकेंगे. साथ ही, गुड़ उत्पादन इकाइयों के संचालन से ग्रामीण इलाकों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.
सरकार का उद्देश्य है कि इस योजना से गन्ना उद्योग को एक नई दिशा मिले और बिहार राज्य में चीनी और गुड़ उत्पादन मजबूत हो.
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