आत्मनिर्भर भारत में कृषि क्षेत्र का योगदान, भारत 24 के मंच से बलदेव सिंह औलख ने दिया जवाब

    भारत आत्मनिर्भर बनने की राह पर तेजी से आगे बढ़ने की तैयारी कर रहा है. पीएम मोदी के इस सपने का जिक्र आज चारों ओर सुनाई भी देता है. भारत 24 के खास Conclave में आत्मनिर्भर भारत के इसी विजन पर चर्चा हुई. जिसमें केंद्रीय मंत्री बदलेव सिंह औलख ने शिरकत की. 

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    Image Source: Bharat 24

    भारत आत्मनिर्भर बनने की राह पर तेजी से आगे बढ़ने की तैयारी कर रहा है. पीएम मोदी के इस सपने का जिक्र आज चारों ओर सुनाई भी देता है. भारत 24 के खास Conclave में आत्मनिर्भर भारत के इसी विजन पर चर्चा हुई. जिसमें केंद्रीय मंत्री बदलेव सिंह औलख ने शिरकत की. 

    पीएम मोदी के नेतृत्व में किस तरह आत्मनिर्भर भारत पर काम हो रहा है, और क्या लक्ष्य है. इसपर बलदेव सिंह औलख ने अपने विचार विस्तार से साझा किए. आइए जानते हैं कि उन्होंने क्या कहा? 

    आत्मनिर्भर भारत में कृषि क्षेत्र का योगदान? 

    कार्यक्रम में जब उत्तर प्रदेश के कृषि विभाग मंत्री बादल सिंह औलख से जब इसपर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री का सपना है कि 1 ट्रिलियन डॉलर इस प्रदेश को लेकर जाने का काम करना है. यह हमारा लक्ष्य है. इसमें कृषि बहुत ही अग्रि में रहेगी. उन्होंने बताया कि हमने बहुत सी चीजें साल 2017 से लेकर 2025 तक कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाने का काम हमने किया है. 

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    किसान की आय को दोगुना करना है

    उन्होंने कहा कि पहले आपने देखा होगा कि किसान की क्या दूरदशा थी. लेकिन साल 2014 में प्रधानमंत्री मोदी के आने के बाद उन्होंने पहली बात यही कही कि हमने किसान की आय को दोगुना करना है. उन्होंने कहा कि 17 से पहले कि आप किसानों का जो मेन चीज है कि हम उसको सीड अच्छा देंगे, बीज अच्छा देंगे तो किसान की ग्रोथ और किसान की एवरेज जो अच्छी होगी और उससे किसान को कैसे लाभ होगा. 

    पहले यह था कि जो उन्होंने सरकार ने कह दिया बैठे हैं कि जो किसान उसको बोए या ना बोए वो अलर्ट करते थे सरकार की तरफ से और उनको स्टोरों में भेज देते थे. आज हमने मैं आपके माध्यम से बताना चाहता हूं कि हमने यह सुधार करने का काम किया है जो किसान मान लिया पश्चिम का किसान है मध्य का किसान है पूरब का किसान है तो ये अलग-अलग जलवायु अलग-अलग क्लाइमेट जो है कि वो कौन सी फसल जो है कौन सा बीज जो है जिसमें कि बेहतर एवरेज किसान ले सकता है. हमने कहा कि हमें गेहूं का बीज पश्चिम में 327 चाहिए जिसकी कि एवरेज जो है 28 से 30 क्विंटल पर एकड़ है. पहले आप मानते थे थे कि 15 14 15 14 15 एवरेज रहती थी. आज हम उसको बढ़ा के 30 पे लेके आए हैं. 

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