MLA के भांजे ने जमीन में गाड़े थे रिश्वत के 20 लाख रुपये, ACB ने खोदकर निकाली नोटों की गड्डी

    राजस्थान की सियासत में रविवार को उस वक्त खलबली मच गई जब बांसवाड़ा की बागीदौरा सीट से विधायक और भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के नेता जयकृष्ण पटेल को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया. ACB ने सोमवार को जमीन में दबाकर छिपाए गए 20 लाख रुपए भी बरामद कर लिए, जिससे मामला और गहराता जा रहा है. 

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    राजस्थान की सियासत में रविवार को उस वक्त खलबली मच गई जब बांसवाड़ा की बागीदौरा सीट से विधायक और भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के नेता जयकृष्ण पटेल को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया. ACB ने सोमवार को जमीन में दबाकर छिपाए गए 20 लाख रुपए भी बरामद कर लिए, जिससे मामला और गहराता जा रहा है. 

    कैसे उजागर हुआ भ्रष्टाचार का जाल?

    4 मई को जयपुर स्थित ज्योतिनगर विधायक आवास पर ACB ने ट्रैप ऑपरेशन चलाया था. जैसे ही कार्रवाई शुरू हुई, एक व्यक्ति मौके से रिश्वत की रकम लेकर फरार हो गया. ACB की टीम ने तुरंत मोबाइल सर्विलांस का सहारा लिया और जांच की कड़ी जसवंत नामक व्यक्ति तक पहुंची. पूछताछ में जसवंत ने कबूला कि उसने यह पैसा विधायक के भांजे रोहित से लिया था और आगे इंदिरा गांधी नगर निवासी जगराम को सौंपना था.

    इसके बाद सौदा रद्द होने की बात कहकर जगराम को रकम छिपाने को कहा गया. इसके बाद दोनों ने मिलकर पूरे 20 लाख रुपए एक स्थान पर जमीन में दबा दिए. ACB ने सोमवार को जगराम के घर पर छापा मारते हुए वह रकम बरामद कर ली. इस पूरे ऑपरेशन को ACB ने बड़ी सावधानी और सटीक योजना के साथ अंजाम दिया. जिससे ₹500 के 4,000 नोट ट्रैक करना आसान हुआ. इसके अलावा ट्रैप की वीडियो रिकॉर्डिंग, बातचीत की रिकॉर्डिंग और अन्य डिजिटल सबूत ACB के पास मौजूद हैं.

    मैंने कोई रिश्वत नहीं ली - विधायक

    सोमवार को जयपुर की विशेष अदालत में विधायक जयकृष्ण पटेल और उनके चचेरे भाई को पेश किया गया. कोर्ट ने दोनों को 2 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है और अब 7 मई को उन्हें दोबारा कोर्ट में पेश किया जाएगा. कोर्ट से बाहर आते हुए विधायक ने मीडिया से कहा, "मुझे फंसाया जा रहा है, मैंने कोई रिश्वत नहीं ली."

    हालांकि, ACB की कार्रवाई और बरामदगी को देखते हुए मामले में विधायक की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं. जांच एजेंसी ने विधायक क्वार्टर्स के CCTV फुटेज को भी सीज कर लिया है और सर्वर रूम की FSL जांच की तैयारी कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि किसी सबूत के साथ छेड़छाड़ तो नहीं हुई.

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