RCB Victory Parade: कैसे और किस बात पर मची भगदड़? जानें हादसे की बड़ी बातें

    Bangalore Stampede: आईपीएल 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की ऐतिहासिक जीत ने जहां करोड़ों फैंस को खुशी से झूमने पर मजबूर कर दिया, वहीं बेंगलुरु में यह जश्न एक भयानक त्रासदी में बदल गया. टीम की जीत का जश्न मनाने के लिए एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में जुटी भीड़ पर काबू नहीं पाया जा सका और भगदड़ मचने से 11 लोगों की जान चली गई.

    Bangalore Stampede at rcb victory parade 11 people died many injured
    Image Source: Social Media

    Bangalore Stampede: आईपीएल 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की ऐतिहासिक जीत ने जहां करोड़ों फैंस को खुशी से झूमने पर मजबूर कर दिया, वहीं बेंगलुरु में यह जश्न एक भयानक त्रासदी में बदल गया. टीम की जीत का जश्न मनाने के लिए एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में जुटी भीड़ पर काबू नहीं पाया जा सका और भगदड़ मचने से 11 लोगों की जान चली गई.

    हादसे की वजह बनी भीड़ का अनुमान से ज्यादा जुटना

    RCB की पहली आईपीएल ट्रॉफी जीतने के बाद 4 मई को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में भव्य स्वागत समारोह का आयोजन किया गया था. हालांकि, स्टेडियम की अधिकतम क्षमता लगभग 35,000 है, लेकिन आयोजकों के अनुमान से कहीं अधिक — करीब 2 से 3 लाख लोग वहां पहुंच गए. स्टेडियम पहले ही भर चुका था, लेकिन हजारों की संख्या में लोग अब भी अंदर घुसने की कोशिश कर रहे थे.

    स्थिति कैसे बिगड़ी?

    खिलाड़ियों के पहुंचने से पहले ही स्टेडियम पूरी तरह भर चुका था. इस बीच जब बाहर खड़ी भीड़ ने अंदर जाने की कोशिश की, तो पुलिस ने गेट बंद कर दिए. लेकिन भीड़ नहीं मानी — लोग धक्का देने लगे, दीवारें फांदने और पेड़ों पर चढ़कर अंदर जाने की कोशिश करने लगे. जब हालात काबू से बाहर हो गए, तो पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिससे भगदड़ मच गई और कई लोग कुचले गए.

    हादसे की टाइमलाइन:

    • 4 मई, दोपहर 2:45 बजे: RCB की टीम HAL एयरपोर्ट पर पहुंची और वहां से ताज होटल गई.
    • 4 मई, शाम 4:30 बजे: स्टेडियम के पीछे गेट पर भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ शुरू हो गई.
    • 4 मई, शाम 4:30 बजे: टीम कर्नाटक विधानसभा पहुंची, जहां मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने उनका स्वागत किया.
    • 4 मई, शाम 6:10 बजे: RCB की टीम चिन्नास्वामी स्टेडियम पहुंची.
    • 4 मई, शाम 6:30 बजे: समारोह समाप्त हुआ और टीम स्टेडियम से रवाना हुई.

    सरकार की प्रतिक्रिया

    कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस हादसे की तुलना प्रयागराज कुंभ में हुई भगदड़ से की और कहा कि किसी पर दोषारोपण करने का समय नहीं है. उन्होंने अपील की कि इस पर राजनीति न की जाए. वहीं, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा, "हमें इतनी बड़ी भीड़ की उम्मीद नहीं थी. स्टेडियम की क्षमता से कई गुना ज्यादा लोग आ गए थे. गेट भी तोड़ दिए गए. हम इस दुखद घटना के लिए माफी मांगते हैं." यह हादसा आयोजकों की तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े करता है. जांच जारी है और लोगों को उम्मीद है कि दोषियों पर जल्द कार्रवाई होगी, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके.

    यह भी पढ़ें: कब होगी जनगणना और कास्ट सेंसस? सामने आई तारीख, 2027 तक सामने आएंगे आंकड़े