अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर अपनी नीतियों के चलते सुर्खियों में हैं. अंतरराष्ट्रीय व्यापार जगत में उनका ‘टैरिफ गेम’ न केवल हलचल मचा रहा है, बल्कि कई देशों के लिए चिंता का सबब बन चुका है. ब्राजील, भारत जैसे देशों पर 50 प्रतिशत तक टैरिफ लगाना और रूसी तेल आयात पर पेनाल्टी का ऐलान, वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए खतरे की घंटी माना जा रहा है. यह वही माहौल है जिसमें बुल्गारिया की मशहूर भविष्यवक्ता बाबा वेंगा की 2025-26 में आने वाली “आर्थिक सुनामी” की भविष्यवाणी की चर्चा फिर से तेज हो गई है.
ट्रंप की नीतियां अक्सर बिना लंबी सोच-समझ के अमल में लाई जाती हैं—ऐसा आलोचकों का मानना है. ताजा कदमों ने शेयर बाजार से लेकर खुदरा बाजार तक में अस्थिरता पैदा कर दी है. कभी भारत को अपना “करीबी मित्र” बताने वाले ट्रंप अब उन्हीं देशों को निशाने पर ले रहे हैं. ब्राजील और भारत पर भारी-भरकम टैरिफ के साथ-साथ रूसी तेल आयात करने पर पेनाल्टी ने ऊर्जा बाजार और अंतरराष्ट्रीय व्यापार संतुलन को हिला दिया है.
ब्रिक्स देशों में बेचैनी
रूस और चीन समेत ब्रिक्स के अन्य सदस्य देश इन नीतियों को लेकर खुलकर नाराज़गी जता रहे हैं. विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह के व्यापारिक प्रतिबंध न केवल व्यापारिक संबंधों में तनाव बढ़ाते हैं, बल्कि वैश्विक बाजार में अनिश्चितता भी गहराते हैं.
निवेशकों का घटता भरोसा
अंतरराष्ट्रीय शेयर बाजार में इस समय माहौल ऐसा है कि निवेशक कदम उठाने से पहले कई बार सोच रहे हैं. वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यह ‘टैरिफ वॉर’ लंबा चला, तो बाजार में भारी गिरावट आ सकती है. यह वही स्थिति होगी, जिसकी ओर बाबा वेंगा ने इशारा किया था—एक ऐसी आर्थिक लहर, जो दुनियाभर के देशों को अपने जाल में फंसा सकती है.
बाबा वेंगा की भविष्यवाणी का संदर्भ
बुल्गारिया की दिवंगत भविष्यवक्ता बाबा वेंगा के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने 9/11 हमले से लेकर प्रिंसेस डायना की मौत तक कई घटनाओं का पूर्वानुमान लगाया था. उनकी ‘आर्थिक सुनामी’ वाली भविष्यवाणी के बारे में निश्चित तौर पर कुछ कहना तो मुश्किल है, लेकिन मौजूदा वैश्विक हालात इस ओर इशारा जरूर कर रहे हैं कि आर्थिक संकट की संभावना को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता.
यह भी पढ़ें: आर्मेनिया-अजरबैजान शांति समझौते पर भड़का ईरान, क्या ट्रंप की उम्मीदों पर फिरेगा पानी?