अमेरिका में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने ऐसा बयान दिया, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विवाद खड़ा कर दिया है. उन्होंने खुलकर कहा कि अगर भारत के साथ जंग में पाकिस्तान को अपने अस्तित्व पर खतरा महसूस हुआ, तो वह परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने से पीछे नहीं हटेंगे और “आधी दुनिया को अपने साथ ले डूबेंगे.” इस बयान ने न सिर्फ भारत, बल्कि वैश्विक समुदाय का ध्यान खींचा है, क्योंकि यह किसी तीसरे देश की ज़मीन पर बैठकर, दूसरे देश को परमाणु हमले की धमकी देने का दुर्लभ मामला है.
असीम मुनीर ने यह बयान अमेरिका के टाम्पा कन्वेंशन सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में दिया, जहां वे अमेरिकी सेंट्रल कमांड के जनरल माइकल एरिक कुरिल्ला के विदाई समारोह में शामिल हुए थे. कार्यक्रम में उन्होंने अमेरिकी ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ जनरल डैन केन से भी मुलाकात की. इसी दौरान उन्होंने पाकिस्तान के ‘वीपन्स ऑफ मास डिस्ट्रक्शन’ (WMD) की ताकत का बखान करते हुए दावा किया कि अगर भारत सिंधु नदी पर बांध बनाता है, तो पाकिस्तान 10 मिसाइलें दागकर उन्हें नष्ट कर देगा.
अमेरिका का रुख और दोहरा मापदंड
असीम मुनीर के इस बयान पर अमेरिकी सेना के प्रवक्ता जोसेफ होल्सटेड ने कहा कि अमेरिका-पाकिस्तान की सैन्य साझेदारी दक्षिण एशिया में परमाणु सुरक्षा और स्थिरता के लिए जरूरी है. हालांकि यह रुख अमेरिका के दोहरे मापदंड को उजागर करता है, क्योंकि अतीत में पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में अमेरिका को धोखा दिया था, और अमेरिकी अधिकारी खुद इसे स्वीकार भी कर चुके हैं.
डिनर में भी दोहराई धमकी
फ्लोरिडा के ऑरलैंडो में पाकिस्तानी-अमेरिकी कारोबारी अदनान असद द्वारा आयोजित एक डिनर में भी असीम मुनीर ने अपने बयान को दोहराया. उन्होंने हालिया भारत-पाक संघर्ष का जिक्र करते हुए कहा कि अगर पाकिस्तान को हारने की नौबत आई, तो वह “आधी दुनिया को साथ लेकर जाएगा.” इसके साथ ही उन्होंने सिंधु जल संधि को लेकर भारत के फैसले की आलोचना करते हुए धमकी दी कि बांध बनने के बाद उन्हें मिसाइलों से ध्वस्त कर देंगे. भारत ने असीम मुनीर की इस बयानबाज़ी को बौखलाहट करार देते हुए स्पष्ट संदेश दिया है कि वह किसी भी प्रकार के ‘न्यूक्लियर ब्लैकमेल’ को सहन नहीं करेगा. हाल के सैन्य अभियानों से दिल्ली ने दिखा दिया है कि पाकिस्तान की धमकियों के बावजूद उसकी सुरक्षा नीति दृढ़ और निर्णायक है.
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