जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत T-72 टैंकों को तैनात कर अपनी सैन्य तैयारी का दमदार संदेश दिया है. रक्षा सूत्रों के अनुसार, ये टैंक अब भी BMP-2 बख्तरबंद वाहनों के साथ LOC पर तैनात हैं ताकि किसी भी घुसपैठ की कोशिश को मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके.
आधुनिक हथियारों से लैस T-72 टैंक
भारतीय सेना द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे T-72 टैंक 125 मिमी की तोप और 4,000 मीटर तक की मिसाइल मारक क्षमता से लैस हैं. इन टैंकों को संयुक्त बलों की तैनाती के तहत LOC पर अग्रिम मोर्चों पर भेजा गया है. सैन्य अधिकारियों ने बताया कि यह तैनाती सिर्फ निवारक रणनीति नहीं, बल्कि किसी भी स्थिति से निपटने की पूरी तैयारी है.
ऑपरेशन सिंदूर फिलहाल ‘रोका’ गया, खत्म नहीं
सेना सूत्रों का कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर को औपचारिक रूप से समाप्त नहीं किया गया है. यह सिर्फ अस्थायी रूप से रोका गया है. 10 मई के बाद से पाकिस्तान की ओर से कोई बड़ी सैन्य कार्रवाई नहीं हुई है, लेकिन LOC पर निगरानी 24x7 जारी है.
वायुसेना का दो टूक संदेश: पाक की हर हरकत पर नजर
भारतीय वायुसेना ने भी इस संदर्भ में कड़ा संदेश दिया है. एयर डिफेंस चीफ लेफ्टिनेंट जनरल सुमेर इवान ने ANI से बातचीत में कहा, अगर पाकिस्तान अपनी सेना का मुख्यालय रावलपिंडी से हटाकर खैबर पख्तूनख्वा या किसी और जगह भी ले जाए, हमारी मारक क्षमता उसकी पहुंच में रहेगी.”
पाकिस्तानी फायरिंग का दिया गया मुंहतोड़ जवाब
भारतीय सेना द्वारा जारी एक वीडियो में बताया गया कि 7-8 मई की रात पाकिस्तान ने सीजफायर उल्लंघन किया था, जिसका तुरंत और सटीक जवाब दिया गया. सेना के मुताबिक, उन्होंने पाकिस्तान की फायरिंग पैटर्न को पहले से समझ रखा था, जिससे जवाबी कार्रवाई में देरी नहीं हुई.
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