भारत अब चुप बैठने वाला देश नहीं रहा. यह संदेश एक बार फिर दुनिया को मिला जब ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए भारतीय सेना ने आतंक के खिलाफ ज़बरदस्त कार्रवाई की. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को गांधीनगर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान को दी गई चेतावनी और कार्रवाई को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि, "भारत अब न्यूक्लियर धमकियों से डरने वाला नहीं, अब हम जवाब में करारा वार करते हैं."
आतंक के अड्डों पर सर्जिकल स्ट्राइक
गृह मंत्री ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के अंतर्गत पाकिस्तान के अंदर 100 किलोमीटर तक घुसकर भारतीय सेना ने आतंकियों के 9 ठिकानों को नष्ट किया. जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के प्रशिक्षण शिविरों और मुख्यालयों को पूरी तरह तबाह कर दिया गया. शाह ने ज़ोर देकर कहा कि इस कार्रवाई में पाकिस्तान की आम जनता को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया, बल्कि यह ऑपरेशन पूरी तरह आतंकवाद के खिलाफ केंद्रित था. भारतीय सेना की सटीक रणनीति ने यह सुनिश्चित किया कि निर्दोष नागरिकों को कोई क्षति न हो.
न्यूक्लियर धमकी से नहीं डरता नया भारत
अमित शाह ने दो टूक कहा, "भारत अब न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग से डरने वाला देश नहीं है. हमने पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देना सीख लिया है." उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने आतंकवाद को जड़ से खत्म करने का संकल्प लिया है और ऑपरेशन सिंदूर उसी दिशा में एक ठोस कदम है.
गांधीनगर में ₹708 करोड़ की लागत के विभिन्न विकास कार्यों के उद्घाटन व शिलान्यास और डाक विभाग के लाभ वितरण कार्यक्रम से लाइव...
— Amit Shah (@AmitShah) May 17, 2025
ગાંધીનગર ખાતે ₹708 કરોડના વિવિધ વિકાસ કાર્યોના ઉદ્ઘાટન અને શિલાન્યાસ તેમજ ટપાલ વિભાગના લાભ વિતરણ કાર્યક્રમથી લાઈવ. https://t.co/g4oGGmbxT3
पीएम मोदी ने किया ऑपरेशन सिंदूर का नामकरण
गृह मंत्री ने यह भी खुलासा किया कि इस साहसिक मिशन का नाम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ खुद प्रधानमंत्री मोदी ने रखा. यह नाम भारत की संस्कृति और वीरता दोनों का प्रतीक है – जहां 'सिंदूर' एक तरफ त्याग और सम्मान का प्रतीक है, वहीं दूसरी तरफ यह शौर्य और स्वाभिमान का रंग भी है.
विकास कार्यों के साथ राष्ट्र की सुरक्षा भी प्राथमिकता
गांधीनगर के वावोल में नवनिर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के उद्घाटन और ₹708 करोड़ की लागत से बनने वाले विभिन्न विकास कार्यों के शिलान्यास के दौरान शाह ने यह स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार न केवल विकास के कार्यों को तेज़ी से आगे बढ़ा रही है, बल्कि देश की सुरक्षा को भी सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है.