भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच बांग्लादेश ने शुरू की बड़ी सैन्य तैयारी, म्यांमार पर करेगा हमला!

    भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे भू-राजनीतिक तनाव के बीच बांग्लादेश ने अपनी रक्षा और खुफिया गतिविधियों में तेजी लाते हुए कूटनीतिक व सैन्य स्तर पर महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं.

    Amid India-Pakistan tension Bangladesh begins major military preparations will attack Myanmar
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- Internet

    ढाका: भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे भू-राजनीतिक तनाव के बीच बांग्लादेश ने अपनी रक्षा और खुफिया गतिविधियों में तेजी लाते हुए कूटनीतिक व सैन्य स्तर पर महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. देश की राष्ट्रीय सुरक्षा खुफिया एजेंसी (NSI) के शीर्ष अधिकारी इन दिनों ब्रिटेन में हैं, जबकि सेना प्रमुख जनरल वकार उज जमान ने वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ एक रणनीतिक बैठक की है.

    यह घटनाक्रम न केवल क्षेत्रीय सुरक्षा पर असर डाल सकता है, बल्कि बांग्लादेश की रक्षा रणनीति में बढ़ते वैश्विक संवाद को भी रेखांकित करता है.

    ब्रिटेन में उच्च स्तरीय खुफिया बैठक

    बांग्लादेश NSI के प्रमुख मेजर जनरल अबू मोहम्मद सरवर फरीद के नेतृत्व में तीन सदस्यीय खुफिया प्रतिनिधिमंडल 28 अप्रैल को लंदन पहुंचा, जहां वे ब्रिटेन की खुफिया एजेंसियों के साथ संवाद में हैं. सूत्रों के अनुसार, यह दौरा सुरक्षा सहयोग को विस्तार देने और दक्षिण एशियाई क्षेत्र में उभरती चुनौतियों पर चर्चा के लिए किया गया है. प्रतिनिधिमंडल में शामिल अन्य अधिकारियों में मुहम्मद अजहरुल इस्लाम और आसिफ इकबाल शामिल हैं.

    उल्लेखनीय है कि इन अधिकारियों में से एक को पहले ब्रिटिश गुप्तचर एजेंसी MI6 के साथ प्रशिक्षण लेने का अनुभव भी है.

    म्यांमार सीमा पर सैन्य गतिविधियां तेज

    सैन्य मोर्चे पर, बांग्लादेश ने म्यांमार की सीमा से लगे इलाकों में अपनी रणनीतिक उपस्थिति को सुदृढ़ करने की प्रक्रिया शुरू की है. समाचार रिपोर्टों के अनुसार, अराकान सेना (AA) को सामग्री और लॉजिस्टिक सहयोग दिए जाने की योजना पर काम हो रहा है. यह सहायता म्यांमार के रखाइन राज्य के कुछ संवेदनशील क्षेत्रों—जैसे सित्तवे, क्यौकफ्यू और मनौंग— में सैन्य अभियानों को लेकर बताई जा रही है.

    बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) के एक सेक्टर कमांडर को इस गतिविधि का मुख्य समन्वयक नियुक्त किया गया है. सूत्रों के अनुसार, सीलबंद कंटेनरों के माध्यम से प्रारंभिक आपूर्ति पहले ही म्यांमार सीमा पर पहुंच चुकी है, और BGB को इन कंटेनरों की नियमित जांच से रोक दिया गया है.

    कूटनीतिक और सैन्य रणनीति का मिश्रण

    जनरल वकार उज जमान द्वारा बुलाई गई हालिया बैठक में सेना की विभिन्न फॉर्मेशनों के कमांडरों ने भाग लिया. यह बैठक बांग्लादेश की वर्तमान क्षेत्रीय स्थिति पर प्रतिक्रिया और संभावित अंतरराष्ट्रीय साझेदारियों के समन्वय पर केंद्रित थी.

    विश्लेषकों का मानना है कि यह घटनाक्रम बांग्लादेश के सावधानीपूर्वक संतुलन साधने की नीति का हिस्सा है, जिसमें वह एक ओर क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखना चाहता है, वहीं दूसरी ओर वैश्विक मंचों पर अपनी भूमिका को सक्रिय रूप से पुनर्परिभाषित कर रहा है.

    बांग्लादेश की विदेश नीति का नया अध्याय

    हाल के घटनाक्रमों से संकेत मिलता है कि बांग्लादेश अब केवल एक निष्क्रिय पर्यवेक्षक नहीं, बल्कि एक सक्रिय क्षेत्रीय रणनीतिक साझेदार के रूप में उभरने की कोशिश कर रहा है. म्यांमार में जारी अस्थिरता, भारत-पाक तनाव और वैश्विक शक्तियों के साथ संवाद—इन सबके बीच ढाका की गतिविधियां उसके उभरते सुरक्षा दृष्टिकोण की ओर इशारा करती हैं.

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