70mm रॉकेट पॉड्स, APKWS II, AIM-9X मिसाइलें... अमेरिका ने F-15E जेट को किया अपडेट, कितनी बढ़ी ताकत?

    अमेरिकी वायुसेना ने मिडिल ईस्ट में अपनी सामरिक क्षमताओं को और मजबूत करते हुए F-15E स्ट्राइक ईगल फाइटर जेट को नवीनतम APKWS II रॉकेट पॉड्स से लैस किया है.

    America updated the F-15E fighter jet
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- X

    तेल अवीव: अमेरिकी वायुसेना ने मिडिल ईस्ट में अपनी सामरिक क्षमताओं को और मजबूत करते हुए F-15E स्ट्राइक ईगल फाइटर जेट को नवीनतम APKWS II रॉकेट पॉड्स से लैस किया है. यह अपडेट न केवल तकनीकी दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह बदलती युद्धनीति में सस्ते और प्रभावी समाधानों की ओर अमेरिका के झुकाव को भी दर्शाता है.

    इस अत्याधुनिक संयोजन से लैस F-15E अब एक साथ दर्जनों ड्रोन या क्रूज़ मिसाइलों को लक्षित कर निष्क्रिय कर सकता है — वह भी अधिक लागत-प्रभावी तरीक़े से.

    क्या है APKWS II?

    Advanced Precision Kill Weapon System (APKWS II) एक लेज़र-गाइडेड रॉकेट सिस्टम है, जो पारंपरिक 70mm हाइड्रा रॉकेट्स को स्मार्ट और सटीक हथियारों में बदल देता है. पहले इन्हें मुख्य रूप से ग्राउंड टारगेट्स के लिए डिज़ाइन किया गया था, लेकिन अब इनका उपयोग एरियल थ्रेट्स- विशेष रूप से छोटे ड्रोन और कम-उड़ान वाली क्रूज़ मिसाइलों के खिलाफ किया जा रहा है.

    प्रत्येक APKWS रॉकेट की कीमत लगभग 15,000–20,000 डॉलर है, जो इसे AIM-120 जैसी एयर-टू-एयर मिसाइलों (जिनकी कीमत $1 मिलियन से अधिक हो सकती है) की तुलना में कहीं अधिक लागत-कुशल बनाता है.

    F-15E स्ट्राइक ईगल: 

    अमेरिकी वायुसेना के F-15E स्ट्राइक ईगल को पहले से ही गहरे हमले और मल्टी-रोल मिशनों के लिए जाना जाता है. इसमें दो क्रू मेंबर होते हैं, एक पायलट और एक वेपन्स सिस्टम ऑपरेटर, जो लेज़र गाइडेंस और टारगेटिंग का कार्य करता है. नया हथियार संयोजन जिसमें 6 APKWS पॉड्स, 4 AIM-9X और 4 AIM-120 मिसाइलें शामिल हैं, इस जेट को काउंटर-ड्रोन और मिसाइल डिफेंस मिशनों के लिए आदर्श बनाता है.

    जमीन से हवा तक: मल्टी-डोमेन उपयोग

    APKWS II प्रणाली को अब तक मुख्य रूप से हेलीकॉप्टर्स और हल्के फिक्स्ड-विंग विमानों में उपयोग किया गया था. लेकिन अब इसे हाई-परफॉर्मेंस फाइटर जेट्स जैसे कि F-15E में भी एकीकृत किया गया है, जो दर्शाता है कि अमेरिका मल्टी-डोमेन सुरक्षा सिद्धांत को तेजी से लागू कर रहा है.

    फ्लोरिडा के एग्लिन एयर फोर्स बेस में हाल ही में इस संयोजन का सफल परीक्षण किया गया. इसके बाद, जॉर्डन स्थित मुवाफ्फक साल्टी एयर बेस पर इन जेट्स की तैनाती की गई है, जहाँ से वे मिडिल ईस्ट क्षेत्र में संभावित खतरे का जवाब दे सकते हैं.

    तकनीकी उन्नयन की दिशा में अगला कदम

    इन रॉकेट्स का अगला संस्करण अब इन्फ्रारेड सीकर (IR seeker) से लैस किया जाएगा, जो उन्हें लक्ष्य की थर्मल पहचान कर स्वायत्तता से टारगेट लॉक और ट्रैक करने की क्षमता देगा. इसका मतलब यह होगा कि भविष्य में ये रॉकेट्स और भी सटीक और कम प्रतिक्रियाकाल के साथ अपने टारगेट को नष्ट कर सकेंगे, चाहे वह हवा में हो या ज़मीन पर.

    क्यों है यह कदम महत्वपूर्ण?

    कम लागत में उच्च प्रभाव: आधुनिक युद्ध में जहाँ सस्ते लेकिन घातक ड्रोन हमले आम हो गए हैं, वहाँ महंगी मिसाइलों के बजाय APKWS जैसे सस्ते विकल्प अधिक टिकाऊ समाधान हैं.

    रक्षात्मक प्रतिक्रिया समय में सुधार: कई लक्ष्य एक साथ भेदने की क्षमता और मल्टीपल वेपन पेलोड से जेट की टारगेट एंगेजमेंट क्षमता में वृद्धि हुई है.

    प्रॉक्सी थ्रेट्स के खिलाफ प्रभावी शील्ड: अमेरिका ने हाल के वर्षों में मिडिल ईस्ट में इरान समर्थित प्रॉक्सी समूहों के ड्रोन और मिसाइल हमलों को चुनौती के रूप में अनुभव किया है. यह नया संयोजन उसी चुनौती का जवाब है.

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