रूस को क्यों कहा जाता है मिलिट्री सुपरपावर? वजह हैं वो खतरनाक हथियार, जिनसे आज भी खौफ खाता है अमेरिका

    Russia Ukraine War: यूक्रेन और रूस के बीच तीन साल से चल रही जंग अब उस मोड़ पर पहुंच चुकी है, जहां हर पल नए खतरे का अंदेशा है. हाल ही में यूक्रेन ने रूस के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा और घातक हमला किया है.

    america is afraid of weapons of russia rs-28 sarmat s-400 satan-2 missile
    Photo: Internet

    Russia Ukraine War: यूक्रेन और रूस के बीच तीन साल से चल रही जंग अब उस मोड़ पर पहुंच चुकी है, जहां हर पल नए खतरे का अंदेशा है. हाल ही में यूक्रेन ने रूस के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा और घातक हमला किया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूक्रेन की सेना ने रूस की सीमा में 4000 किलोमीटर तक घुसकर एक साथ पांच एयरबेस पर ड्रोन अटैक किया, जिससे रूस के 41 बमवर्षक विमान जमीन पर ही तबाह हो गए. इस हमले ने रूस को झकझोर कर रख दिया है और अब ऐसा माना जा रहा है कि क्रेमलिन किसी भी पल 'महाविनाशकारी' पलटवार कर सकता है.

    इस पलटवार की आशंका इसलिए और भी भयावह हो जाती है क्योंकि रूस के पास वो हथियार हैं, जो किसी भी देश की नींव हिला सकते हैं. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सैन्य ताकत केवल ड्रोन या मिसाइलों तक सीमित नहीं है बल्कि उनके पास वो परमाणु arsenal है, जो पूरी दुनिया को झुकाने की ताकत रखता है.

    शैतान-2: रूस की विनाशक मिसाइल

    रूस की RS-28 सरमत, जिसे सतान-2 या "शैतान-2" भी कहा जाता है, आज दुनिया की सबसे खतरनाक इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल मानी जाती है. एक बार में 15 से ज्यादा न्यूक्लियर वॉरहेड ले जाने में सक्षम ये मिसाइल 16,000 किलोमीटर तक वार कर सकती है यानी दुनिया के किसी भी हिस्से को मिनटों में खत्म कर सकती है.

    बैलिस्टिक मिसाइलें

    टोच्का-यू: दुश्मन के सैन्य ठिकानों पर सटीक प्रहार करने वाली मध्यम दूरी की मिसाइल.

    इस्कैंडर-एम: कम दूरी की, मगर बेहद घातक मिसाइल, जिसे युद्ध क्षेत्र में तत्काल जवाबी हमले के लिए इस्तेमाल किया जाता है.

    क्रूज मिसाइलें

    कालिबर मिसाइल: यह समुद्र से लॉन्च की जाने वाली मिसाइल दुश्मन पर सटीक हमला करने में माहिर है.

    Kh-101: यह लंबी दूरी की एयर लॉन्च क्रूज मिसाइल है जो दुश्मन के भीतर तक घुसकर हमला करती है.

    हाइपरसोनिक मिसाइलें

    अवांगार्ड: ध्वनि से 20 गुना तेज गति से उड़ने वाला हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल जो किसी भी डिफेंस सिस्टम को चकमा दे सकता है.

    किंझल: हवा से दागी जाने वाली मिसाइल जो पलक झपकते ही टारगेट को तबाह कर देती है.

    एयर डिफेंस सिस्टम

    S-400 और S-500: रूस के ये डिफेंस सिस्टम हवा में किसी भी टारगेट जैसे ड्रोन, फाइटर जेट, या मिसाइल को मार गिराने में सक्षम हैं. S-500 तो अंतरिक्ष में भी सैटेलाइट को खत्म कर सकता है.

    अन्य हथियार

    MLRS और भारी तोपखाना: दुश्मन के बंकर, टैंक और ग्राउंड इंफ्रास्ट्रक्चर को पल भर में उड़ाने में सक्षम.

    फाइटर जेट्स: सुखोई-57 और सुखोई-35 जैसे उन्नत लड़ाकू विमान, जो मिसाइल और बम लेकर दुश्मन को जवाब दे सकते हैं.

    ये भी पढ़ें: शशि थरूर ने ब्राजील में पाकिस्तान की बखिया उधेड़ी, आतंकियों को पनाह देने पर खूब लताड़ा, कहा - इतनी आसानी से खत्म नहीं..