अखिलेश यादव का आज 52वां जन्मदिन, CM योगी ने इस अंदाज में दीं शुभकामनाएं; पढ़िए क्या कहा

    उत्तर प्रदेश की राजनीति के एक अहम चेहरे, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आज अपना 52वां जन्मदिन मना रहे हैं.

    Akhilesh Yadav 52nd birthday CM Yogi wished him
    CM योगी-अखिलेश यादव | Photo: ANI

    उत्तर प्रदेश की राजनीति के एक अहम चेहरे, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आज अपना 52वां जन्मदिन मना रहे हैं. राजनीति में अक्सर तल्खी और टकराव की बातें होती हैं, लेकिन आज का दिन कुछ अलग रहा. सुबह से ही उन्हें सभी राजनीतिक दलों के नेताओं, कार्यकर्ताओं और शुभचिंतकों से जन्मदिन की बधाइयां मिल रही हैं—और इनमें कुछ नाम ऐसे भी हैं, जो सामान्य दिनों में तीखी राजनीतिक बयानबाज़ी के लिए जाने जाते हैं.

    सीएम योगी ने क्या कहा?

    सबसे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव को बधाई दी. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर लिखा, “उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई!”

    अखिलेश ने भी बेहद शालीनता से जवाब दिया— “आपकी शुभकामनाओं के लिए हार्दिक धन्यवाद.”

    यह छोटा-सा संवाद, राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया, क्योंकि योगी और अखिलेश के रिश्तों को अक्सर 'कड़वाहट भरे' लहजे में देखा जाता रहा है. एक समय था जब 2017 के चुनाव में बीजेपी की भारी जीत के बाद अखिलेश को सत्ता से हटना पड़ा और तब से दोनों नेताओं के बीच सियासी तकरार खुलकर सामने आती रही है.

    बधाई देने वालों में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी शामिल रहे. उन्होंने 'X' पर लिखा, “समाजवादी पार्टी प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं! भगवान श्रीराम, श्रीकृष्ण और शिव की कृपा आप पर बनी रहे.”

    बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी अखिलेश को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने बेहद औपचारिक अंदाज़ में कहा, “समाजवादी पार्टी के प्रमुख एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.”

     2012 में प्रदेश के सबसे युवा मुख्यमंत्री बने

    अखिलेश यादव का जन्म 1 जुलाई 1973 को इटावा के सैफई गांव में हुआ. पढ़ाई के लिए उन्होंने ऑस्ट्रेलिया तक का सफर तय किया और फिर राजनीति में अपने पिता मुलायम सिंह यादव की विरासत को संभालने मैदान में उतर आए. वह तीन बार सांसद रह चुके हैं और साल 2012 में प्रदेश के सबसे युवा मुख्यमंत्री बने. उनका कार्यकाल नीतियों और विकास के कई वादों से जुड़ा रहा, लेकिन 2017 में सत्ता की बागडोर बीजेपी के हाथों में चली गई. इसके बाद 2022 में भी समाजवादी पार्टी सरकार बनाने में कामयाब नहीं हो सकी, लेकिन अखिलेश आज भी राज्य की प्रमुख विपक्षी आवाज़ बने हुए हैं.

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