बिहार की सड़कों पर दौड़ेगा विकास का पहिया, केंद्र ने दी 6 नई परियोजनाओं को मंजूरी; पढ़िए पूरा रूट मैप

    बिहार के लोगों के लिए एक सुकून देने वाली खबर आई है. बरसों से बुनियादी ढांचे की कमी और टूटी-फूटी सड़कों से जूझते लोगों को अब राहत मिलने वाली है.

    Center has approved 6 new projects for Bihar
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    बिहार के लोगों के लिए एक सुकून देने वाली खबर आई है. बरसों से बुनियादी ढांचे की कमी और टूटी-फूटी सड़कों से जूझते लोगों को अब राहत मिलने वाली है. केंद्र सरकार ने राज्य में 6 नई सड़क परियोजनाओं को हरी झंडी दे दी है, जिससे न सिर्फ यात्रा आसान होगी बल्कि व्यापार और विकास को भी एक नई रफ्तार मिलेगी. सबसे अच्छी बात ये है कि इन परियोजनाओं पर काम इसी साल से शुरू हो जाएगा.

    अब बात सिर्फ कागज़ों तक सीमित नहीं रही. इन सड़कों के ज़रिए राज्य के कई छोटे-बड़े कस्बे और शहर आपस में जुड़ेंगे, जिससे आम लोगों की जिंदगी में सीधे बदलाव देखने को मिलेगा.

    कौन-कौन सी सड़कें होंगी तैयार?

    सबसे पहले बात करते हैं पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे की, जिसे अब दीघवारा तक बढ़ाया जाएगा. इससे उत्तर बिहार के तमाम जिलों को राजधानी पटना से सीधा और तेज़ कनेक्शन मिलेगा. इसका असर स्थानीय व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी पड़ेगा.

    • मुजफ्फरपुर-बरौनी रोड अब नए सिरे से बनेगा, जिससे इन दो औद्योगिक और शैक्षणिक हब के बीच आना-जाना पहले से कहीं आसान हो जाएगा. इससे स्थानीय कारोबारियों और छात्रों को काफी राहत मिलेगी.
    • वहीं मुजफ्फरपुर-सोनबरसा मार्ग बनते ही नेपाल बॉर्डर से सटी सीमाई आबादी को एक नई लाइफलाइन मिलेगी. इससे दोनों देशों के बीच व्यापार और आवाजाही को भी मजबूती मिलेगी.
    • खगड़िया से पूर्णिया के बीच बनने वाली सड़क पूर्वी बिहार के लिए एक बड़ा बदलाव साबित हो सकती है. इस रूट पर बेहतर सड़क से लोगों का समय बचेगा और छोटे व्यवसायों को भी गति मिलेगी.
    • छपरा-गोपालगंज रोड पश्चिमी बिहार की जीवनरेखा बनेगा. किसानों और व्यापारियों को अपने माल को बेहतर बाज़ार तक पहुंचाने में आसानी होगी. वहीं, आम यात्री भी राहत की सांस लेंगे.
    • अररिया से परसराम तक जाने वाला नया रास्ता सीमावर्ती इलाके की कनेक्टिविटी को मज़बूत करेगा, जिससे वहां के लोग खुद को अब बाकी बिहार से कटा हुआ नहीं महसूस करेंगे.

    बिहार को मिलेगा सीधा फायदा

    इन नई परियोजनाओं का असर सिर्फ सड़कों तक सीमित नहीं रहेगा. ये सड़कें गांवों को शहरों से जोड़ेंगी, जिससे ग्रामीण इलाकों में भी रोजगार, शिक्षा और इलाज की बेहतर सुविधाएं पहुंच सकेंगी. लॉजिस्टिक्स, ट्रांसपोर्ट और छोटे कारोबारियों को इन सड़कों से नया जीवन मिलेगा.

    केंद्र सरकार के इस कदम से बिहार में अधूरी पड़ी बुनियादी ज़रूरतों की तस्वीर बदलने की उम्मीद है. अब निगाहें इस पर टिकी हैं कि निर्माण कार्य तेज़ी से हो और ये सड़कें समय पर बनकर तैयार हों, ताकि बिहार का आम नागरिक इस बदलाव को अपने जीवन में महसूस कर सके.

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