अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे ने देशभर की एयर सेफ्टी एजेंसियों को चौकन्ना कर दिया है. इसी कड़ी में दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (IGI) एयरपोर्ट पर भी एक बड़ा कदम उठाया गया है. किसी आपात स्थिति में तत्काल राहत और रेस्क्यू को प्रभावी बनाने के लिए अब एयरपोर्ट से जुड़े ग्राउंड स्टाफ, क्रू मेंबर्स और पायलट्स के लिए विशेष डिजास्टर ट्रेनिंग अभियान शुरू किया जा रहा है.
इस अभियान का फैसला हाल ही में IGI एयरपोर्ट पर हुई एक जॉइंट मीटिंग में लिया गया, जिसमें DIAL, एयरलाइनों के प्रतिनिधि, DDMA और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी मौजूद थे.
हर कर्मचारी को दी जाएगी आपदा प्रबंधन की ट्रेनिंग
नई दिल्ली के जिलाधिकारी डॉ. सन्नी सिंह ने इस फैसले की पुष्टि करते हुए कहा कि डिजास्टर से निपटने के लिए ट्रेनिंग अब वक्त की ज़रूरत है. इसके लिए DDMA (दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी) की टीम जिम्मेदार होगी, जो चरणबद्ध तरीके से एयरपोर्ट पर कार्यरत हजारों कर्मचारियों को प्रशिक्षित करेगी.
मॉक ड्रिल के बाद अब रियल ट्रेनिंग
हाल ही में IGI एयरपोर्ट और एरोसिटी में मॉक ड्रिल्स का सफल आयोजन किया गया था. अब इन अनुभवों के आधार पर व्यापक स्तर पर प्रशिक्षण की योजना बनाई गई है. IGI एयरपोर्ट पर हुई बैठक में DIAL, एयरलाइंस प्रतिनिधियों के साथ-साथ नई दिल्ली के SDM प्रतीक राज यादव, डॉ. विनोद भारद्वाज (DDMA डिस्ट्रिक्ट प्रोजेक्ट ऑफिसर) और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे.
अहमदाबाद हादसे में अब तक 241 की मौत
इस बीच, अहमदाबाद विमान हादसे को लेकर एयर इंडिया ने आधिकारिक पुष्टि की है कि विमान में सवार 242 यात्रियों में से 241 की मौत हो चुकी है. केवल एक व्यक्ति, जो भारतीय मूल का ब्रिटिश नागरिक है, ज़िंदा बच पाया है और उसका इलाज अस्पताल में जारी है.
बताया गया कि 12 साल पुराना बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर अहमदाबाद से दोपहर 1:38 बजे उड़ान भरने के कुछ देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. यह हादसा मेडिकल हॉस्टल पर विमान गिरने के कारण और भी भयावह हो गया, जहां कई ट्रेनी डॉक्टर भी मौजूद थे.
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