Agra News: आगरा के विकास में अब एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर जुड़ने जा रहा है. ग्रेटर आगरा परियोजना का निर्माण अब जल्द ही साकार होने वाला है. आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) ने इस परियोजना के लिए सर्वे कार्य शुरू कर दिया है और मुआवजा वितरण की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है. इस कदम से आगरा में बुनियादी ढांचे के विकास को नई दिशा मिलेगी.
सर्वे का काम शुरू, मुआवजे का वितरण जारी
आगरा के रहनकलां और रायपुर गांवों में एडीए द्वारा अधिग्रहीत भूमि का 50 प्रतिशत मुआवजा किसानों को मिल चुका है. इन इलाकों में सर्वे का काम भी शुरू हो चुका है, और इस प्रक्रिया के बाद एडीए जमीन पर कब्जा कर लेगा. मुआवजे के वितरण का काम एक महीने में पूरा कर लिया जाएगा, जिससे विकास के लिए आवश्यक भूमि मिल सकेगी.
पूर्व की समस्याओं का समाधान
2009-10 में एडीए ने इनर रिंग रोड पर स्थित रहनकलां और रायपुर गांवों में 442 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहीत की थी, लेकिन किसानों को मुआवजा नहीं मिलने के कारण एडीए को भूमि पर कब्जा नहीं मिल पाया था. अब 3200 किसानों को मुआवजा दिया जा रहा है, जिससे इस समस्या का समाधान हो रहा है. मुआवजे का वितरण 482 करोड़ रुपये के साथ किया जा रहा है, जिससे किसानों को उनके हक की भूमि मिल रही है.
ग्रुप हाउसिंग योजना का प्रस्ताव
आगरा विकास प्राधिकरण के अनुसार, रहनकलां और रायपुर क्षेत्रों में ग्रुप हाउसिंग योजना का प्रस्ताव है. इसके तहत दिल्ली की एक फर्म से सर्वे कराकर हाउसिंग योजना को मूर्त रूप दिया जाएगा. इसके साथ ही व्यावसायिक भूखंड और सार्वजनिक सुविधाओं के निर्माण की योजना भी तैयार की जा रही है.
आगरा में विकास की रफ्तार
ग्रेटर आगरा परियोजना से शहर में औद्योगिक, पर्यटन और व्यापारिक विकास को गति मिलेगी. इससे न सिर्फ आगरा बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी सकारात्मक परिवर्तन आएगा. नया इंफ्रास्ट्रक्चर, बेहतर सड़कें, और आवासीय सुविधाएं आगरा को एक नई पहचान दिलाने के लिए तैयार हैं.
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