बीजिंग: चीन ने अपने आधुनिक सैन्य विमानों की क्षमताओं को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने की मुहिम तेज कर दी है. J-20 "माइटी ड्रैगन", J-10C "विगोरस ड्रैगन" और J-16 जैसे फाइटर जेट्स को चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फ़ोर्स (PLAAF) के रणनीतिक स्तंभ के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है. अब इन विमानों की चर्चा केवल सैन्य प्रदर्शन तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय रक्षा बाजार में प्रभाव पैदा करने का प्रयास भी साफ़ दिखाई देता है.
रणनीति के पीछे का मकसद
विशेषज्ञों के अनुसार, चीन एक सुनियोजित रणनीति के तहत अपने फाइटर जेट्स की अंतरराष्ट्रीय ब्रांडिंग कर रहा है. इसके लिए सरकारी मीडिया, रक्षा विश्लेषक और सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर्स को सक्रिय रूप से इस्तेमाल किया जा रहा है.
पिछले कुछ वर्षों में चीन ने पेरिस एयर शो जैसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय रक्षा मंचों पर भी अपनी उपस्थिति बढ़ाई है. यह प्रयास चीन की सैन्य तकनीक को संभावित खरीदारों तक पहुंचाने और पश्चिमी हथियार कंपनियों के प्रभाव को संतुलित करने की दिशा में देखा जा रहा है.
J-10C: पाकिस्तान के साथ प्रचार
J-10C, जो कि चीन का 4.5 पीढ़ी का मल्टीरोल फाइटर है, पाकिस्तान एयर फोर्स द्वारा हाल ही में अपनाया गया है. पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसके J-10C फाइटर जेट्स ने PL-15E मिसाइलों से भारतीय वायुसेना के राफेल विमानों को चुनौती दी. हालांकि, इन दावों की पुष्टि अंतरराष्ट्रीय या स्वतंत्र स्रोतों से नहीं हुई, और फ्रांसीसी निर्माता डसॉल्ट एविएशन ने इसे "असत्य और मनगढ़ंत" करार दिया.
फिर भी, चीनी सैन्य ब्लॉगर्स और सरकारी मीडिया ने इन दावों को जोर-शोर से प्रचारित किया, जिसे रक्षा विशेषज्ञ संभावित ग्राहकों को प्रभावित करने की रणनीति के तौर पर देख रहे हैं.
J-20: चीन का स्टील्थ प्राइड
J-20, जिसे चीन ने अपनी पांचवीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर जेट घोषित किया है, अक्सर अमेरिकी F-22 रैप्टर और F-35 लाइटनिंग II के समकक्ष बताया जाता है. चीनी विश्लेषकों का दावा है कि J-20 में सुपरक्रूज़ क्षमता, स्टील्थ टेक्नोलॉजी और लंबी दूरी की मिसाइल प्रणाली जैसे उन्नत फीचर हैं.
हालांकि, अंतरराष्ट्रीय रक्षा विश्लेषक इस पर अभी भी सतर्क दृष्टिकोण रखते हैं क्योंकि इसकी युद्ध स्थितियों में वास्तविक प्रदर्शन की स्वतंत्र जांच सीमित है.
J-16: नया 'सुपर फ्लैंकर'?
अब तक अपेक्षाकृत कम चर्चित रहा J-16 अब चीन द्वारा वैश्विक रक्षा विमर्श में शामिल किया जा रहा है. इसे “विश्व का सबसे बेहतरीन फ्लैंकर” कहकर प्रचारित किया गया है. J-16 मूलतः रूसी Su-30MKK पर आधारित है लेकिन इसमें चीनी स्वदेशी तकनीकों और सेंसर सिस्टम को जोड़ा गया है. PLAAF इसे अपनी लंबी दूरी की बहु-भूमिका क्षमताओं के लिए एक प्रमुख प्लेटफ़ॉर्म मानता है.
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