निक्की मर्डर केस में आरोपी सास गिरफ्तार, बेटे से मिलने जा रही थी अस्‍पताल, बहू को जलाने का है मामला

    ग्रेटर नोएडा के चर्चित निक्की हत्याकांड में एक और चौंकाने वाला मोड़ सामने आया है.

    Accused mother-in-law arrested in Nikki murder case
    प्रतिकात्मक तस्वीर/ Sociel Media

    ग्रेटर नोएडा के चर्चित निक्की हत्याकांड में एक और चौंकाने वाला मोड़ सामने आया है. इस संवेदनशील मामले में पुलिस ने अब मृतका की सास दयावती को भी गिरफ्तार कर लिया है. दयावती को उस समय हिरासत में लिया गया जब वह अपने बेटे विपिन भाटी से मिलने जेआईएमएस अस्पताल जा रही थीं. विपिन पहले से ही इस मामले में जेल में बंद है.

    पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि दयावती की इस पूरे अपराध में न केवल जानकारी थी, बल्कि उन्होंने साजिश रचने और सबूत छुपाने में भी सक्रिय भूमिका निभाई. इससे पहले निक्की के पति विपिन भाटी को पुलिस ने हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था. अब पुलिस मां-बेटे को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ करने की योजना बना रही है, जिससे पूरी घटना की कड़ियां जोड़ी जा सकें.

    क्या है पूरा मामला?

    21 अगस्त 2025 को ग्रेटर नोएडा के कासना थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई. आरोप है कि निक्की नाम की महिला को उसके ससुराल वालों ने कथित रूप से जला कर मार डाला. मृतका की बहन कंचन ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी और अपनी शिकायत में पति विपिन, देवर रोहित, सास दया और ससुर सतवीर पर संगीन आरोप लगाए.

    कंचन का दावा है कि घटना वाले दिन सास दया ने खुद ज्वलनशील पदार्थ लाकर अपने बेटे विपिन को दिया, और फिर पूरे परिवार ने मिलकर निक्की पर उसे डालकर आग लगा दी. कंचन के अनुसार वह मौके पर मौजूद थी और उसने अपनी बहन को बचाने की कोशिश भी की, लेकिन किसी ने उसकी एक न सुनी.

    आरोपी पति की गिरफ्तारी और मुठभेड़

    निक्की के पति विपिन भाटी को पुलिस ने तत्काल गिरफ्तार कर लिया था. गिरफ्तारी के बाद एक और चौंकाने वाली घटना हुई जब विपिन ने पुलिस कस्टडी से भागने की कोशिश की. बताया जा रहा है कि उसने पुलिसकर्मी का हथियार छीनने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा में कार्रवाई की. ग्रेटर नोएडा के सिरसा चौराहे के पास हुई इस मुठभेड़ में विपिन के पैर में गोली लग गई और उसे घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया.

    पुलिस की तफ्तीश में तेजी

    इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने दो अलग-अलग टीमें बनाईं हैं, जो अलग-अलग एंगल से जांच कर रही हैं. एफआईआर में हत्या, साजिश, और सबूत मिटाने की धाराएं लगाई गई हैं. पुलिस तकनीकी साक्ष्यों के साथ-साथ पीड़ित परिवार के बयान और घटनास्थल की फॉरेंसिक जांच के जरिए मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.

    अब जब सास दया को भी गिरफ्तार कर लिया गया है, तो पुलिस दोनों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करने वाली है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि घटना को किसने, क्यों और कैसे अंजाम दिया.

    ये भी पढ़ें- ना सिग्नल, ना मेडे कॉल... 22 दिनों से दुनिया के लिए रहस्‍य बना यह प्‍लेन, जमीन खा गई या आसमान निगल गया?