Punjab News: पंजाब की जालंधर सेंट्रल सीट से आम आदमी पार्टी के विधायक रमन अरोड़ा को विजिलेंस विभाग ने शुक्रवार सुबह गिरफ्तार कर लिया. सुबह 10 बजे शुरू हुई छापेमारी में विजिलेंस टीम ने विधायक के घर और दफ्तर को खंगाला और लगभग 7 घंटे की कार्रवाई के बाद उन्हें हिरासत में ले लिया.
अधिकारियों की मिलीभगत और पैसों का खेल
सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई जालंधर नगर निगम से जुड़े एक कथित घोटाले को लेकर हुई है. आरोप है कि नगर निगम के कुछ अधिकारियों की मदद से निर्दोष नागरिकों को झूठे नोटिस भेजे जा रहे थे, और फिर इन्हें "समझौता" कर सुलझाने के नाम पर मोटी रकम वसूली जा रही थी. इस पूरे मामले में रमन अरोड़ा की भूमिका संदिग्ध पाई गई, जिसकी जांच लंबे समय से जारी थी.
पहले ही हट चुकी थी विधायक की सुरक्षा
कुछ दिन पहले ही सरकार ने रमन अरोड़ा की सुरक्षा वापस ले ली थी. उनके पास कथित रूप से 14 गनमैन थे, लेकिन हालिया फैसले से यह साफ हो गया था कि कुछ गंभीर तैयारी चल रही है. इसी बीच नगर निगम में तैनात अधिकारी एटीपी सुखदेव वशिष्ठ को भी विजिलेंस ने हिरासत में लिया था, जिससे मामले की गंभीरता और अरोड़ा के साथ उसके संबंधों को लेकर अटकलें तेज़ हो गई थीं.
विधायक की गिरफ्तारी पर क्या बोले सीएम मान?
विधायक की गिरफ्तारी के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक बार फिर भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने रुख को स्पष्ट किया. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि “भ्रष्टाचार को लेकर हमारी नीति बिल्कुल साफ है. चाहे कोई अपना हो या पराया, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. क़ानून सबके लिए समान है.” वहीं आम आदमी पार्टी पंजाब ने भी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा कि "अपना हो जा बेगाना, भ्रष्टाचार किसी कीमत पर नहीं बर्दाश्त", जो पार्टी की सख्त नीति को दर्शाता है.
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