नई दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को राज्यसभा में एक चौंकाने वाला आंकड़ा प्रस्तुत किया. उन्होंने बताया कि 2025 के पहले छह महीनों में देशभर के नेशनल हाईवे पर सड़क दुर्घटनाओं के कारण 26,770 लोगों की जान चली गई. वहीं, 2024 में इन दुर्घटनाओं की संख्या 52,609 तक पहुंच गई थी. यह आंकड़ा देश में सड़क सुरक्षा की गंभीर स्थिति को उजागर करता है, जिस पर सरकार लगातार काम कर रही है.
सड़क सुरक्षा के लिए एटीएमएस का कदम
केंद्रीय मंत्री ने संसद में यह भी जानकारी दी कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने सड़क दुर्घटनाओं को कम करने और सड़क सुरक्षा बढ़ाने के लिए आधुनिक ट्रैफिक प्रबंधन प्रणाली (ATMS) स्थापित की है. इस प्रणाली का उद्देश्य राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेसवे पर दुर्घटनाओं का तुरंत पता लगाना और आपातकालीन स्थिति में त्वरित सहायता प्रदान करना है. दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, ट्रांस-हरियाणा और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे जैसे व्यस्त मार्गों पर इस प्रणाली को लागू किया गया है.
समय पर सूचना, जान बचाने में सहायक
यह इलेक्ट्रॉनिक निगरानी प्रणाली न केवल घटनाओं का त्वरित पहचान करती है, बल्कि दुर्घटना के बाद तुरंत राहत पहुंचाने में मदद करती है. इससे दुर्घटनाओं के बाद आपातकालीन सेवाएं तुरंत पहुंचती हैं, जिससे लोगों की जान बचाई जा सकती है. इसके अलावा, हाई-डेंसिटी और हाई-स्पीड कॉरिडोर पर नए प्रोजेक्ट्स में एटीएमएस की स्थापना एक सामान्य प्रक्रिया है, जबकि पुराने राजमार्गों पर इसे एक अलग प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया जा रहा है.
रोड सेफ्टी ऑडिट से होगी दुर्घटनाओं में कमी
नितिन गडकरी ने यह भी बताया कि पिछले तीन वर्षों में कुल 1,12,561 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों का रोड सेफ्टी ऑडिट किया जा चुका है. इस कदम से सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है और दुर्घटनाओं को कम करने के लिए सुधारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं.
दो पहिया वाहनों के कारण बढ़ी दुर्घटनाएं
भारत में सड़क दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा दोपहिया वाहन शामिल होते हैं. तेज गति, बिना हेलमेट बाइक चलाना, और पैदल यात्रियों द्वारा गलत स्थानों पर सड़क पार करना अक्सर हादसों की वजह बनते हैं. इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए सरकार ने सड़क सुरक्षा के उपायों को और मजबूत करने का निर्णय लिया है, ताकि सड़क दुर्घटनाओं की संख्या कम हो और लोगों की जान बचाई जा सके.
ये भी पढ़ें: किसानों के लिए जरूरी सूचना! ये 3 जरूरी काम पूरे करने वालों को ही मिलेंगे पीएम किसान योजना के पैसे