दिल्ली में 22 साल की लड़की की गोली मारकर हत्या, एक चर्चित मामले में थी गवाह; कहानी में कई पेंच

    दिल्ली के शाहदरा जिले के जीटीबी एनक्लेव इलाके में सोमवार रात को एक दिल दहला देने वाली वारदात हुई, जिसमें 22 वर्षीय युवती सायरा परवीन की गोली मारकर हत्या कर दी गई.

    22 year old girl shot dead in Delhi
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    दिल्ली के शाहदरा जिले के जीटीबी एनक्लेव इलाके में सोमवार रात को एक दिल दहला देने वाली वारदात हुई, जिसमें 22 वर्षीय युवती सायरा परवीन की गोली मारकर हत्या कर दी गई. यह मामला केवल एक हत्या तक सीमित नहीं, बल्कि इसके तार राजधानी के आपराधिक नेटवर्क और गवाहों की सुरक्षा से जुड़े गंभीर सवालों से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं.

    हत्या की रात: क्या हुआ था?

    घटना सोमवार रात करीब 9 बजे की है. सायरा, जो उस वक्त फोन पर बात करते हुए घर से बाहर निकली थी, दोबारा वापस नहीं लौटी. कुछ ही घंटों बाद पुलिस को सूचना मिली कि GTB एनक्लेव पॉकेट-A के पास एक युवती की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि लड़की को दो गोलियां मारी गई थीं. उसे जीटीबी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.

    पुलिस ने हत्या और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर संदिग्ध की पहचान रिज़वान उर्फ लल्ला के रूप में हुई है, जो सुंदर नगरी इलाके का रहने वाला है और पहले से दो केसों में आरोपी है. वह एक घोषित बदमाश के भाई के तौर पर भी जाना जाता है.

    सायरा की कहानी: जेल, दोस्ती और गवाही

    सायरा का जीवन हाल के वर्षों में काफी उथल-पुथल भरा रहा. वह अक्सर अपने बड़े भाई जावेद, जो मंडोली जेल में बंद है, से मिलने जाती थी. इन्हीं जेल विज़िट्स के दौरान उसकी पहचान रहमत उर्फ लंगड़ा नाम के एक कुख्यात अपराधी से हुई, जो इस समय हत्या के एक मामले में जेल में है.

    रहमत के जरिए सायरा का संपर्क सुंदर नगरी के कई अपराधियों से हो गया. नवंबर 2024 में एक घटनाक्रम के दौरान जब कुछ बदमाशों ने सायरा से जबरदस्ती की, तो एक केबल ऑपरेटर किशन और उसके भतीजे मनीष उर्फ राहुल ने उसे बचाया था. इसी बात का बदला लेने के लिए बदमाशों ने उसी रात राहुल की चाकू से हत्या कर दी थी.

    इस केस में सायरा को मुख्य गवाह बनाया गया था और उसके बयान मैजिस्ट्रेट के सामने बीएनएसएस की धारा 183 (पूर्व में CrPC 164) के तहत दर्ज हुए थे. पुलिस इस एंगल को भी जांच में शामिल कर रही है कि सायरा की हत्या कहीं इसी गवाही की वजह से तो नहीं हुई.

    परिवार की हालत और पिछला बैकग्राउंड

    सायरा के माता-पिता की मौत हो चुकी है. मां की हाल ही में कैंसर से मौत हुई थी. बड़ी बहन शाहिदा के अनुसार, सायरा पिछले एक महीने से उनके साथ रह रही थी. उन्होंने बताया कि परिवार ने सायरा को गलत संगत से दूर रहने की सलाह दी थी, लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी. अब पूरा परिवार इस दुखद अंत से सदमे में है.

    कई एंगल, कई सवाल

    पुलिस इस मामले में दो मुख्य एंगल पर काम कर रही है —

    • गवाही देकर बदला लिए जाने की आशंका
    • किसी के साथ संबंध (अफेयर) से जुड़ा विवाद

    सायरा के कॉल डिटेल्स खंगाले जा रहे हैं ताकि यह पता चल सके कि हत्या से ठीक पहले वह किससे बात कर रही थी और किसके कहने पर घर से बाहर निकली. एक CCTV फुटेज में सायरा एक युवक के साथ दिख रही है, जो वारदात के कुछ ही समय बाद वहां से भागता नजर आता है. परिवार ने इस शख्स की पहचान से इनकार किया है.

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