दुनिया अभी कोरोना से उबरी भी नहीं, अब 22 नए वायरस दे रहे हैं खतरे की दस्तक, चीन में हड़कंप

    एक नई और डरावनी खबर सामने आई है — वैज्ञानिकों ने 22 ऐसे नए वायरस की पहचान की है जो भविष्य में महामारी का रूप ले सकते हैं.

    22 new viruses like Corona posing a threat panic in China
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    मानवता पर कोरोना वायरस का कहर अब भी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है. कोविड-19 की वजह से न सिर्फ करोड़ों ज़िंदगियां चली गईं, बल्कि सामाजिक, मानसिक और आर्थिक ताने-बाने भी बुरी तरह प्रभावित हुए. अब जब दुनिया धीरे-धीरे सामान्य होती नज़र आ रही है, एक नई और डरावनी खबर सामने आई है — वैज्ञानिकों ने 22 ऐसे नए वायरस की पहचान की है जो भविष्य में महामारी का रूप ले सकते हैं.

    इन वायरसों की पहचान उन चमगादड़ों में हुई है जो गांवों और बागानों के नज़दीक रहते हैं. ये वायरस इतनी आसानी से फैल सकते हैं कि एक बार अगर संक्रमण शुरू हुआ, तो उसका फैलाव रोकना मुश्किल हो सकता है.

    कहां और कैसे हुई इन वायरसों की पहचान?

    चीन के युन्नान प्रांत में 2017 से 2021 के बीच 142 चमगादड़ों के गुर्दों के ऊतकों की जांच की गई. इस दौरान वैज्ञानिकों को कम से कम 22 अलग-अलग वायरस मिले – जिनमें से दो वायरस तो हेनिपा वायरस की तरह हैं, जो पहले भी जानलेवा साबित हो चुके हैं.

    इन वायरसों में शामिल हैं –

    Yunnan Bat Henipavirus-1 और 2 – ये वायरस हेंड्रा और निपाह वायरस जैसे खतरनाक संक्रमण फैला सकते हैं.

    • एक अज्ञात बैक्टीरिया
    • और एक नया परजीवी — Klebsiella yunnanensis

    विशेषज्ञों का मानना है कि इन वायरसों का जेनेटिक मटेरियल पहले से ज्ञात हेनिपा वायरस से 52% से 57% तक मेल खाता है. यानी इनके प्रभाव भी उतने ही घातक हो सकते हैं.

    संक्रमण का तरीका – और क्यों है ये चिंता का कारण?

    चमगादड़ आमतौर पर फलों के बागों और मानव बस्तियों के आसपास रहते हैं. उनके मूत्र या लार के ज़रिये फल और पानी दूषित हो सकते हैं, जिससे वायरस सीधे इंसानों और पालतू जानवरों तक पहुंच सकते हैं. ये वायरस शरीर में पहुंचने के बाद न सिर्फ सांस की गंभीर समस्याएं पैदा कर सकते हैं, बल्कि दिमाग में सूजन लाकर मस्तिष्क को स्थायी रूप से डैमेज भी कर सकते हैं. यानी पीड़ित व्यक्ति सिर्फ बीमार ही नहीं होगा, बल्कि मानसिक रूप से असंतुलित भी हो सकता है.

    क्या ये एक नई महामारी की आहट है?

    फिलहाल वैज्ञानिकों ने किसी सक्रिय महामारी की पुष्टि नहीं की है, लेकिन चेतावनी जरूर दी है. इन वायरसों की मौजूदगी और उनका मनुष्यों तक पहुंचने का रास्ता अगर नजरअंदाज किया गया, तो भविष्य में एक और वैश्विक संकट खड़ा हो सकता है.

    विशेषज्ञों की सलाह है:

    • वन्यजीवों के संपर्क को सीमित करें
    • खाद्य पदार्थों की सफाई और संरक्षण पर विशेष ध्यान दें
    • वैश्विक निगरानी और रिसर्च को प्राथमिकता दी जाए

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