रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है. तीन साल से चल रही यह जंग अब और भी उग्र रूप लेती जा रही है. हाल ही में रूस की राजधानी मॉस्को को दो रातों तक ड्रोन हमलों का सामना करना पड़ा. 5 और 6 मई की रात मॉस्को पर एक के बाद एक 19 ड्रोन हमले किए गए, जिन्हें रूस की वायु रक्षा प्रणाली ने विफल कर दिया. मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने दावा किया कि रूस ने हमलों को समय रहते नाकाम कर दिया.
इन हमलों में किसी के घायल होने की खबर नहीं है, लेकिन एक ड्रोन का मलबा मॉस्को की एक प्रमुख सड़क काशिरस्कोये हाईवे पर गिरा, जहां राहत टीमें तुरंत सक्रिय हो गईं. लगातार दूसरी रात मॉस्को को निशाना बनाया गया, जिससे राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं.
हवाई अड्डे कुछ समय के लिए बंद
ड्रोन हमलों की वजह से सुरक्षा कारणों से मॉस्को के चार प्रमुख हवाई अड्डे – वनुकोवो, डोमोडेडोवो, झुकोव्स्की और शेरेमेत्येवो – अस्थायी रूप से बंद करने पड़े. इसके अलावा, कलुगा ओब्लास्त में स्थित ग्राब्त्सेवो एयरपोर्ट पर भी उड़ानों पर रोक लगाई गई. हालांकि यूक्रेन ने इन हमलों को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
गौरतलब है कि यह सब ऐसे समय में हो रहा है जब रूस 9 मई को विक्ट्री डे की तैयारियों में जुटा हुआ है. यह दिवस द्वितीय विश्व युद्ध में नाजी जर्मनी पर सोवियत संघ की जीत की याद में मनाया जाता है. इस वर्ष समारोह में कई विदेशी मेहमानों को आमंत्रित किया गया है, जिनमें चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी शामिल हैं.
युद्धविराम पर टकराव
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 8 मई की आधी रात से 11 मई की आधी रात तक 'मानवीय युद्धविराम' की घोषणा की है, लेकिन यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इस प्रस्ताव को खारिज करते हुए इसे 'नाटक' बताया है. उनका कहना है कि रूस इस तरह की घोषणाओं के ज़रिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करता है, जबकि उसकी मंशा शांति की नहीं होती.
इससे पहले अमेरिका ने 30 दिनों के युद्धविराम का प्रस्ताव रखा था, जिसे यूक्रेन ने स्वीकार कर लिया, लेकिन रूस ने इससे इनकार कर दिया. 5 मई को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुतिन की युद्धविराम पहल की सराहना की, मगर जेलेंस्की ने चेताया कि रूस विक्ट्री डे के आसपास किसी बड़े उकसावे की योजना बना सकता है और फिर उसका दोष यूक्रेन पर मढ़ सकता है.
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