ऑपरेशन कालनेमि के तहत ढोंगी बाबाओं पर धामी सरकार का प्रहार, उत्तराखंड में अब तक 140 पाखंडी गिरफ्तार

    उत्तराखंड सरकार ने राज्य में बढ़ते धार्मिक पाखंडियों और उनके गिरोहों पर कड़ी नजर रखने के लिए 'ऑपरेशन कालनेमि' शुरू किया है. इन पाखंडियों का मुख्य उद्देश्य जनता को भ्रमित करके ठगी, धोखाधड़ी और वशीकरण जैसे अपराधों में फंसा लेना है.

    140 fake babas have been arrested under Operation Kalanemi in Uttarakhand
    Image Source: ANI

    देहरादून: उत्तराखंड की पहचान संस्कृति, परंपरा, और आध्यात्मिकता से है. 'देवभूमि' कहलाने वाले इस पावन राज्य में हर कण में आस्था है और हर नागरिक के जीवन में शांति, सहिष्णुता और सद्भाव बसता है. लेकिन बीते कुछ वर्षों में कुछ असमाजिक तत्वों और उपद्रवियों ने इसकी मर्यादा को भंग करने में कोई कमी नहीं छोड़ी, जिसे सीएम धामी के धाकड़ प्रहार ने ध्वस्त कर दिया. उत्तराखंड की सांस्कृतिक अस्मिता और धार्मिक मर्यादा से खिलवाड़ करने वालों पर अब सरकार ने सीधा वार किया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में शुरू हुए सख्त अभियानों का असर अब साफ दिख रहा है. असामाजिक तत्वों में कानून का डर और खौफ दोनों है. 

    आपको बता दें कि उत्तराखंड सरकार ने राज्य में बढ़ते धार्मिक पाखंडियों और उनके गिरोहों पर कड़ी नजर रखने के लिए 'ऑपरेशन कालनेमि' शुरू किया है. इन पाखंडियों का मुख्य उद्देश्य जनता को भ्रमित करके ठगी, धोखाधड़ी और वशीकरण जैसे अपराधों में फंसा लेना है. विशेष रूप से महिलाएं और युवा वर्ग इन बाबाओं के झांसे में आकर शिकार बन जाते हैं. पुलिस अब ऐसे गिरोहों को चिह्नित करके उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है.

    ऑपरेशन कालनेमी: छद्म वेशधारियों पर करारा वार

    प्रदेश में भगवा चोले और धार्मिक पहचान की आड़ में लोगों को ठगी का शिकार बनने वाले और उनकी आस्था के साथ खिलवाड़ करने वाले तत्वों की तेजी से पहचान हो रही है. मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर चलाया गया “ऑपरेशन कालनेमि” एक ऐसा सशक्त अभियान है, जिसका उद्देश्य उत्तराखंड की शांति, सुरक्षा और संस्कृति की रक्षा करना है. उत्तराखंड के 13 जिलों में चलाए जा रहे इस ऑपरेशन के तहत अब तक कुल 2448 लोगों की पहचान की गई, 377 संदिग्धों को चिह्नित किया गया और भगवा चोले की आड़ में पहचान छिपा कर लोगों को ठगने पर 222 अभियुक्तों पर कार्यवाही शुरू कर दी गई है जबकि 140 गिरफ्तारियां सुनिश्चित की गईं. इस अभियान के तहत संवेदनशील इलाकों में पहचान पत्र, निवास प्रमाण, और दस्तावेजों की भी गहन जांच की जा रही है ताकि कोई ढोंगी बच न पाए. 

    उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह प्रमाणित किया है कि जब नेतृत्व संकल्पित हो, तो अस्मिता पर उठे हर हाथ को रोका जा सकता है.धर्म की रक्षा, अस्मिता की सुरक्षा, और प्रदेश की आत्मा उत्तराखंडीयत की पहचान बनाए रखना ही धामी सरकार का मूल मंत्र है. 

    हरियाणा CM ने भी की 'ऑपरेशन कालनेमि' की सराहना

    उत्तराखंड की तर्ज पर अब हरियाणा में भी इसी तरह का अभियान चलेगा. हरियाणा के मुख्यमंत्री सैनी, रविवार को देहरादून पहुंचे. राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल के निवास पर पत्रकारों से संक्षिप्त बातचीत में उन्होंने उत्तराखंड में शुरू किए गए आपरेशन कालनेमि की सराहना की. सीएम नायब सिंह सैनी ने पत्रकारों से बातचीत में इसके संकेत दिए. उन्होंने कहा कि यदि हमारे यहां भी ऐसे कुछ व्यक्ति दिखाई देते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

    इस अभियान को लेकर उत्तराखंड पुलिस का कहना है कि 'ऑपरेशन कालनेमि' के तहत देवभूमि की पवित्रता और श्रद्धा को बनाए रखना पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है. जनता से अपील की गई है कि अगर वे किसी ऐसे व्यक्ति को देखें जो साधु-संत का वेश धारण कर असामान्य व्यवहार करता है या लोगों को धोखा देने की कोशिश करता है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें. राज्य सरकार और पुलिस की यह कार्रवाई धर्म और विश्वास की आड़ में चल रहे अपराधों को खत्म करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है.

    ये भी पढ़ें: NCERT किताबों में बदलाव के समर्थन में मोहन भागवत, कहा- थकी दुनिया अब भारत की ओर देख रही...