Syria: इजरायली सेना ने रविवार को कहा कि उसने गोलान हाइट्स में इजरायल और सीरिया के बीच बफर जोन में नए ठिकानों पर कब्जा कर लिया है, क्योंकि वह राष्ट्रपति बशर अल-असद के शासन के अचानक फरार होने के बाद संभावित अराजकता के लिए तैयारी कर रही है.
IDF की सेना एहतियात के तौर पर इन क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति बढ़ा रही है. उनका कहना है कि वे हाई अलर्ट पर हैं. गोलान हाइट्स के निवासियों के लिए दिशा-निर्देशों में कोई बड़ा परिवर्तन नहीं किया गया है.
इजरायली सेना ने क्या कहा?
सेना ने एक बयान में कहा, "आईडीएफ ने गोलान हाइट्स के समुदायों और इजरायल के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बफर जोन और कई क्षेत्रों में सैनिकों को तैनात किया है, जिनकी रक्षा करना आवश्यक है."
सीरियाई मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि इजरायल ने क्षेत्र में तोपखाने से गोलाबारी शुरू कर दी है, जबकि आईडीएफ ने कहा कि ताजा कदम एक नए आकलन और बफर जोन में बंदूकधारियों के घुसने की संभावना के बाद उठाया गया है. हम इस बात पर जोर देते हैं कि आईडीएफ सीरिया में हो रही घटनाओं में हस्तक्षेप नहीं करता है.
1974 के बाद पहली बार संभाला मोर्चा
1974 में सेना के पीछे हटने के समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद यह पहला मौका था जब इजरायली सेना ने इजरायल और सीरिया के बीच बफर जोन के अंदर मोर्चा संभाला था. आईडीएफ ने पहले भी कई मौकों पर इस क्षेत्र में कुछ समय के लिए प्रवेश किया है.
इजरायल और सीरिया के बीच विघटन समझौते से योम किप्पुर युद्ध समाप्त हो गया था. आईडीएफ ने कहा कि बफर जोन में सैनिकों की तैनाती एक अस्थायी उपाय है, लेकिन घटनाक्रम के आधार पर यह लंबे समय तक वहां रह सकता है. सेना ने कहा कि सीरिया में हालात स्पष्ट होने तक वह वहीं रहेगी.
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