संभल (उत्तर प्रदेश) : राज्य बिजली विभाग की एक टीम बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों के साथ गुरुवार को संभल में सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क के आवास पर कथित बिजली चोरी की जांच करने पहुंची.
यह दौरा सांसद के आवास पर बिजली के इस्तेमाल में कथित अनियमितताओं को लेकर चल रही जांच-पड़ताल का हिस्सा थी. संभल की उप-मंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) वंदना मिश्रा ने कन्फर्म किया कि निरीक्षण बिजली चोरी के खिलाफ नियमित अभियान का हिस्सा था.
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बिजली कनेक्शन में गड़बड़ी और एसओपी का न पालन करने का आरोप
उन्होंने बताया, "यह बिजली चोरी के खिलाफ हमारा नियमित अभियान है. यह जांच उसी के संबंध में है. ऐसी जानकारी मिली थी कि उचित बिजली कनेक्शन और उसके एसओपी का पालन नहीं किया जा रहा था. इसलिए, हम इस संबंध में यहां हैं."
संभल के उप-मंडल अधिकारी (एसडीओ) संतोष त्रिपाठी ने कहा कि वे आवास पर बिजली के लोड की गिनती कर रहे हैं. त्रिपाठी ने कहा, "पहली और दूसरी मंजिल पर कुछ कमरे बंद हैं," उन्होंने सुझाव दिया कि निरीक्षण में इन क्षेत्रों की आगे की जांच शामिल हो सकती है.
यह जांच बर्क के आवास पर बिजली के उपयोग में संदिग्ध अनियमितताओं की रिपोर्ट के बाद की गई है, जिसमें बिजली कनेक्शन के लिए मानक संचालन प्रक्रियाओं के अनुपालन के बारे में चिंता जताई गई है.
सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क के आवास पर भारी सुरक्षा बल तैनात देखा गया. टीम को मीटर रीडिंग करते और एयर कंडीशनर (एसी), पंखे और अन्य बिजली के उपकरणों के लोड की जांच करते देखा गया.
एडिशनल एसपी ने दी मामले की जानकारी
संभल के अतिरिक्त एसपी (उत्तर) श्रीश चंद्र ने पुष्टि की कि बिजली विभाग ने ऑपरेशन के लिए पुलिस सहायता का अनुरोध किया था.
चंद्र ने कहा, "उन्हें पर्याप्त बल प्रदान किया गया है ताकि वे अपना काम सुचारू रूप से कर सकें. पुलिस बल यहां है और यह सुचारू रूप से काम सुनिश्चित करेगा." उन्होंने कहा कि वे किसी भी संभावित हालत का सामना करने के लिए तैयार हैं.
अखिलेश यादव ने लगाया सौहार्द बिगाड़ने का आरोप
इससे पहले बुधवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा पर संविधान का पालन न करने और जगह-जगह खुदाई करके देश के सौहार्द को नष्ट करने का आरोप लगाया था.
अखिलेश यादव ने कहा, "सत्ताधारी दल संविधान का पालन नहीं करना चाहती. वह लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखती. वह नफरत और भेदभाव की राजनीति कर रही है. देश में जगह-जगह खुदाई करने से देश का सौहार्द खत्म हो जाएगा. उसकी विचारधारा के लोग देश के भाईचारे को नष्ट कर रहे हैं. देश में पूजा स्थल कानून है, लेकिन कानून और संविधान का पालन नहीं कर रही है. वह संविधान विरोधी, लोकतंत्र विरोधी और विकास विरोधी है. समाजवादी पार्टी उसकी नफरत की राजनीति के खिलाफ लड़ रही है. समाजवादी पार्टी उन सभी लोगों के साथ है जो उसे हराने के लिए आगे आएंगे."
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