भीषण लू से तपेगी धरती, मार्च से ही शुरू होगा गर्मी का 'भौकाल'; IMD ने चेताया

    भारत में इस बार होली से पहले ही गर्मी का असर दिखाई देने लगा है.

    intense heat wave will begin from March IMD warns
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: ANI

    भारत में इस बार होली से पहले ही गर्मी का असर दिखाई देने लगा है. मार्च की शुरुआत होते ही पारा तेजी से चढ़ने लगा है, और देश के विभिन्न हिस्सों में सामान्य से अधिक तापमान रिकॉर्ड किया जा रहा है. खासकर महाराष्ट्र के कोंकण, विदर्भ, दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और गुजरात में तापमान में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इन इलाकों के लिए विशेष स्वास्थ्य चेतावनियां जारी की हैं, ताकि लोग गर्मी से होने वाली बीमारियों से बच सकें.

    IMD का अलर्ट: हीटवेव की स्थिति और स्वास्थ्य जोखिम

    भारत में मार्च महीने की शुरुआत के साथ ही तापमान में अप्रत्याशित वृद्धि देखी गई है. इस बीच, IMD ने बताया कि खासकर गुजरात में हीटवेव की स्थिति बन रही है. IMD ने गुजरात और आसपास के क्षेत्रों में हीटस्ट्रोक और गर्मी से होने वाली बीमारियों के गंभीर खतरे को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया है. यह अलर्ट स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली गर्मी से बचाव के लिए महत्वपूर्ण है.

    विशेषकर कमजोर आबादी—जैसे कि शिशु, बुजुर्ग और जो लोग पुरानी बीमारियों से पीड़ित हैं, उन्हें अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. इन लोगों के लिए बेहद जरूरी है कि वे गर्मी से बचने के उपायों का पालन करें और खुद को हाइड्रेटेड रखें.

    गुजरात और महाराष्ट्र में गर्मी का कहर

    गुजरात में पिछले कुछ दिनों में तापमान में आश्चर्यजनक वृद्धि देखी गई है. कई शहरों में तापमान सामान्य से 6 से 7 डिग्री सेल्सियस अधिक रिकॉर्ड किया गया. IMD के पुणे केंद्र के वैज्ञानिक एस डी सनप के मुताबिक, गुजरात और उसके आस-पास के क्षेत्रों में एक हाई प्रेशर सिस्टम की सक्रियता के कारण यह गर्मी बढ़ी है. यह स्थिति हीटवेव का मुख्य कारण बनी हुई है.

    गुजरात के कई शहरों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जा चुका है, जिससे लोगों को गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. राजकोट में तापमान 42.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो सामान्य से लगभग 6.7 डिग्री अधिक था. अन्य क्षेत्रों जैसे अमरेली, सुरेन्द्रनगर और कांडला में भी तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका है. पोरबंदर में भी तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो सामान्य से लगभग 7.6 डिग्री अधिक था.

    पुणे में सबसे गर्म दिन और महाराष्ट्र में तापमान का रिकॉर्ड

    महाराष्ट्र में भी गर्मी ने अपनी चाप छोड़ दी है. पुणे में इस मौसम का सबसे गर्म दिन बुधवार को रहा. यहां के लोहेगांव और कोरेगांव पार्क में अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. पुणे के अन्य इलाकों जैसे राजगुरुनगर, शिरुर और धामधेरे में भी तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा. ये आंकड़े बताते हैं कि इस बार गर्मी ने बहुत जल्दी ही अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है.

    महाराष्ट्र के अकोला और चंद्रपुर जैसे इलाकों में भी तापमान काफी बढ़ चुका है. अकोला में तापमान 41.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो सामान्य से लगभग 4.6 डिग्री अधिक था, जबकि चंद्रपुर में यह 40.6 डिग्री सेल्सियस (सामान्य से 3.4 डिग्री अधिक) तक पहुंचा. इन इलाकों में गर्मी की वजह से लोग अपने घरों से बाहर निकलने से बचने की कोशिश कर रहे हैं.

    कश्मीर और उत्तर भारत में राहत की उम्मीद

    हालांकि, भारत के कुछ अन्य हिस्सों में फिलहाल गर्मी का असर कम है. कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तर भारत के कुछ इलाकों में तापमान सामान्य रहने की उम्मीद है. इन क्षेत्रों में मौसम में ज्यादा बदलाव नहीं देखने को मिल रहा है, और लोग गर्मी से राहत महसूस कर रहे हैं. लेकिन, पूरे देश में तापमान के बढ़ने के कारण, IMD ने अगले कुछ दिनों में अन्य क्षेत्रों में भी गर्मी की चेतावनी दी है.

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