बिहार के पूर्णिया जिले के केनगर थाना क्षेत्र में एक पति को उसकी पत्नी ने धोखा दे दिया. पत्नी, जो पंचायत शिक्षिका के पद पर कार्यरत थी, सरकारी नौकरी मिलने के बाद अपने पति और बच्चों को छोड़कर किसी और के साथ चली गई. पति का कहना है कि उसने अपनी पत्नी को शिक्षिका बनाने के लिए अखबार और सब्जी बेचकर काफी मेहनत की थी. उसे उम्मीद थी कि अब उनके बच्चों की परवरिश अच्छे से होगी और घर में खुशहाली आएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
पड़ोस के सुनील राम के साथ भाग गई पत्नी
पत्नी के इस धोखेबाजी से दुखी पति ने डीईओ, डीएम और बौंसी थाना में न्याय की गुहार लगाई है. उसने बताया कि उसकी पत्नी बौंसी थाना क्षेत्र के एक गांव में पंचायत शिक्षिका के पद पर काम करती है और स्कूल के पास ही एक किराए के मकान में रहती थी. मंगलवार को पति को पता चला कि उसकी पत्नी पड़ोस के सुनील राम के साथ भाग गई है. पति का आरोप है कि उसे पड़ोस के एक व्यक्ति और उसके परिवार वालों ने बहकाया है. तीन दिन गुजरने के बावजूद उसकी पत्नी का कोई पता नहीं चला है.
पति ने बताया कि उसकी पत्नी ने 2008 में शिक्षिका पद के लिए आवेदन किया था, लेकिन उस साल उसका चयन नहीं हो पाया था. इसके बाद उसने हाईकोर्ट में मुकदमा लड़ा और केस जीतने के बाद 2018 में पंचायत शिक्षिका के रूप में नौकरी मिली. शिक्षिका बनने के बाद भी कई महीनों तक उसे वेतन नहीं मिला, तब पति ने अखबार बेचा और सब्जी बेचकर परिवार का खर्चा चलाया. वह कर्ज में डूब गया, लेकिन उसने किसी तरह से काम चलाया.
पत्नी की तलाश में दर-दर भटक रहा
पति का कहना है कि उसे उम्मीद थी कि दोनों मिलकर काम करेंगे और उनकी जिंदगी बेहतर होगी, लेकिन पत्नी के इस धोखेबाजी ने उसके सारे सपने तोड़ दिए हैं. अब वह अपनी पत्नी की तलाश में दर-दर भटक रहा है.
स्कूल के प्रधानाध्यापक राकेश कुमार ने बताया कि शिक्षिका तीसरे दिन भी बिना सूचना के स्कूल से गायब रही. उन्होंने विभाग को इस बारे में सूचित किया है. वहीं, थानाध्यक्ष विकास कुमार ने कहा कि पुलिस शिक्षिका को खोजने की कोशिश कर रही है और जल्दी ही उसे ढूंढ लिया जाएगा.
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