यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने हाल ही में यूरोप में हुई अपनी यात्रा के बाद अमेरिका के प्रति अपना दृष्टिकोण थोड़ा नरम दिखाया है. रविवार को उन्होंने कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अपने रिश्ते को सुधारने के लिए तैयार हैं, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि बातचीत निजी और बंद दरवाजों के पीछे हो. जेलेंस्की ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी मिलती है और नाटो की सदस्यता मिलती है, तो वह राष्ट्रपति पद से भी इस्तीफा देने को तैयार हैं. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह किसी भी कीमत पर रूस के साथ शांति समझौते में यूक्रेन का कोई भी हिस्सा छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं.
'अमेरिका सुरक्षा गारंटी प्रदान करेगा'
शुक्रवार को ओवल ऑफिस में ट्रंप और जेलेंस्की के बीच तीखी बहस हुई थी, जहां ट्रंप ने जेलेंस्की पर आरोप लगाए थे कि वह अमेरिका का अपमान कर रहे हैं और तीसरे विश्वयुद्ध को भड़काने का काम कर रहे हैं. इस मीटिंग के बाद यह सवाल उठने लगा था कि क्या अमेरिका आगे भी यूक्रेन को समर्थन देता रहेगा या नहीं.
इसके बावजूद, जेलेंस्की ने यूरोपीय देशों के समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया. उन्होंने बताया कि यूरोपीय नेताओं ने अमेरिका के लिए एक शांति योजना तैयार करने पर सहमति जताई है, जो जल्द ही लागू की जा सकती है. इसके अलावा, उन्होंने उम्मीद जताई कि अमेरिका उन्हें सुरक्षा गारंटी प्रदान करेगा, ताकि रूस को भविष्य में यूक्रेन पर हमले करने से रोका जा सके.
नरम पड़ गए तेवर
लंदन हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए, जेलेंस्की ने ओवल ऑफिस में हुई बहस को लेकर संतुलित रुख अपनाया. उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि अमेरिका यूक्रेन की मदद बंद करेगा, क्योंकि एक सभ्य दुनिया का नेतृत्व किसी भी हाल में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का समर्थन नहीं करेगा. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं.
ओवल ऑफिस में जिस मिनरल डील पर चर्चा हो रही थी, वह अंततः बहस के कारण स्थगित हो गई थी. जेलेंस्की ने इस बारे में कहा, "हमने इस डील पर हस्ताक्षर करने पर सहमति जताई थी, और हम इसके लिए तैयार हैं. मुझे लगता है कि अमेरिका भी तैयार होगा." दरअसल, यूक्रेन में लिथियम और अन्य दुर्लभ खनिजों का बड़ा भंडार है, जो अमेरिका के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं, और ट्रंप ने इन खनिजों के बदले यूक्रेन को मदद देने का प्रस्ताव रखा था.
जेलेंस्की ने अपने बयान में यह भी कहा कि वह किसी भी तरह से अमेरिका का विरोध नहीं करना चाहते. उनका कहना था कि वह भविष्य के लिए एक मजबूत युद्धविराम की उम्मीद रखते हैं और किसी भी तरह के विवाद में नहीं पड़ना चाहते.
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