वक्फ संशोधन बिल को लेकर 31 सदस्यों वाली JPC बनी- असदुद्दीन ओवैसी, कांग्रेस नेता इमरान मसूद भी शामिल

    केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विधेयक पर विचार करने के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के लिए 21 लोकसभा सांसदों और 10 राज्यसभा सांसदों के नामों का प्रस्ताव रखा.

    वक्फ संशोधन बिल को लेकर 31 सदस्यों वाली JPC बनी- असदुद्दीन ओवैसी, कांग्रेस नेता इमरान मसूद भी शामिल
    कांग्रेस सांसद इमरान मसूद और एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी | Photo- ANI

    नई दिल्ली : वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर विचार करने के लिए 21 लोकसभा सांसदों और 10 राज्यसभा सांसदों सहित 31 सदस्यीय संयुक्त संसदीय समिति का गठन किया गया है.

    केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने शुक्रवार को संसद में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर विचार करने के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के लिए 21 लोकसभा सांसदों और 10 राज्यसभा सांसदों के नामों का प्रस्ताव रखा.

    विशेष रूप से, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और कांग्रेस सांसद इमरान मसूद को भी समिति में शामिल किया गया है.

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    लोकसभा के इन 21 सदस्यों को नाम है समिति में शामिल

    लोकसभा में, किरेन रिजिजू ने वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 में जेपीसी के लिए 21 लोकसभा सांसदों के नामों का प्रस्ताव रखा; जेपीसी में नियुक्त किए जाने वाले 10 सदस्यों के नामों की सिफारिश करने के लिए राज्यसभा से भी कहा. लोकसभा के 21 सांसद, जो जेपीसी के सदस्य होंगे, वे हैं- जगदंबिका पाल, निशिकांत दुबे, तेजस्वी सूर्या, अपराजिता सारंगी, संजय जायसवाल, दिलीप सैकिया, अभिजीत गंगोपाध्याय, डीके अरुणा, गौरव गोगोई, इमरान मसूद, मोहम्मद जावेद, मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी, कल्याण बनर्जी, ए राजा, लवू श्री कृष्ण देवरायलु, दिलेश्वर कामैत, अरविंद सावंत, सुरेश गोपीनाथ, नरेश गणपत म्हस्के, अरुण भारती और असदुद्दीन ओवैसी.

    राज्यसभा से 10 लोगों के नामों का किया गया है प्रस्ताव

    इसके बाद सदन ने इस प्रस्ताव पारित कर दिया. राज्यसभा में किरेन रिजिजू ने वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 में जेपीसी के लिए 10 राज्यसभा सांसदों के नाम प्रस्तावित किए; 21 लोकसभा सांसद भी समिति का हिस्सा हैं. राज्यसभा के 10 सांसद जो जेपीसी के सदस्य होंगे, वे हैं - बृज लाल, डॉ. मेधा विश्राम कुलकर्णी, गुलाम अली, डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल, सैयद नसीर हुसैन, मोहम्मद नदीम उल हक, वी विजयसाई रेड्डी, एम. मोहम्मद अब्दुल्ला, संजय सिंह और डॉ. धर्मस्थल वीरेंद्र हेगड़े. सदन ने ये प्रस्ताव भी पारित कर दिया.

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    लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के टली

    इस बीच, लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गई. इससे एक दिन पहले गुरुवार को किरण रिजिजू ने वक्फ (संशोधन) विधेयक पेश किया था और विपक्षी दलों द्वारा इसके प्रावधानों पर आपत्ति जताए जाने के बाद इसे संयुक्त संसदीय समिति को भेजने का प्रस्ताव रखा था. कांग्रेस, डीएमके, एनसीपी, तृणमूल कांग्रेस और एआईएमआईएम समेत विपक्षी दलों ने विधेयक पेश किए जाने का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि इसके प्रावधान संघवाद और संवैधानिक प्रावधानों के खिलाफ हैं.

    कुछ सदस्यों ने विधेयक को वापस लेने की मांग की, जबकि कई ने सुझाव दिया कि इसे स्थायी समिति को भेजा जाना चाहिए. वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024, वक्फ अधिनियम, 1995 का नाम बदलकर इंटीग्रेटेड वक्फ प्रबंधन, सशक्तीकरण, दक्षता और विकास अधिनियम, 1995 करने का प्रावधान करता है.

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