लोग मुझे ‘मोटी माझ’ कहते थे...बिग-बॉस के बाद कैसे शहनाज ने कम किया अपना वजन?

    लोग मुझे ‘मोटी माझ’ कहते थे...बिग-बॉस के बाद कैसे शहनाज ने कम किया अपना वजन?

    ‘बिग बॉस 13’ की शहनाज़ गिल आज सिर्फ एक्ट्रेस या सिंगर नहीं, बल्कि लाखों युवाओं के लिए मोटिवेशन आइकॉन बन चुकी हैं. कभी अपने चुलबुले स्वभाव और बेबाक अंदाज़ से लोगों का दिल जीतने वाली शहनाज़, अब अपने ट्रांसफॉर्मेशन से सभी को हैरान कर रही हैं. लेकिन इस बदलाव के पीछे एक भावनात्मक और दर्दभरी कहानी छिपी है, जिसे उन्होंने हाल ही में साझा किया.

    लोग मुझे ‘मोटी माझ’ कहते थे...बिग-बॉस के बाद कैसे शहनाज ने कम किया अपना वजन?

    हाल ही में SMTV को दिए इंटरव्यू में शहनाज़ ने खुलासा किया कि ‘बिग बॉस 13’ के दौरान उन्हें कई बार बॉडीशेमिंग का सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा, कि लोग मुझे मोटी माझ कहते थे. वो मज़ाक में नहीं कहते थे, बल्कि सच में सोचते थे कि मैं ज्यादा वजनदार हूं. कैमरे के सामने जो बोला जाता था, वो अंदर तक चुभ जाता था. यह सुनकर शहनाज़ के लिए ये बातें बेहद दर्दनाक थीं. लेकिन उन्होंने खुद को टूटने नहीं दिया, बल्कि इसी दर्द को अपनी प्रेरणा बना लिया.

    लोग मुझे ‘मोटी माझ’ कहते थे...बिग-बॉस के बाद कैसे शहनाज ने कम किया अपना वजन?

    शहनाज़ बताती हैं कि शो खत्म होने के बाद उन्होंने खुद पर पूरा ध्यान देने का फैसला किया. मैंने एक साल का ब्रेक लिया और सिर्फ खुद पर काम किया. खाना, एक्सरसाइज़, रूटीन – सब कुछ बदल दिया. धीरे-धीरे मैंने इतना वजन घटा लिया कि खुद को आईने में पहचान नहीं पा रही थी. उन्होंने अपनी जर्नी में स्ट्रिक्ट डाइट, योग और कार्डियो का सहारा लिया.

    लोग मुझे ‘मोटी माझ’ कहते थे...बिग-बॉस के बाद कैसे शहनाज ने कम किया अपना वजन?

    अब मैं जो चाहूं, वो पहन सकती हूं. वेट लॉस के बाद शहनाज़ न सिर्फ फिट दिखती हैं बल्कि काफी आत्मविश्वासी भी हो चुकी हैं. उन्होंने मुस्कराते हुए कहा,कि अब मुझे किसी चीज़ की टेंशन नहीं होती. मैं जो चाहूं, वो पहन सकती हूं. मैं अपनी बॉडी में कंफर्टेबल हूं. अब मुझे खुद से प्यार है.

    लोग मुझे ‘मोटी माझ’ कहते थे...बिग-बॉस के बाद कैसे शहनाज ने कम किया अपना वजन?

    अब मेरा मकसद सिर्फ मेहनत और पैसे कमाना है. आज शहनाज़ कई फिल्मों, ब्रांड्स और इवेंट्स का चेहरा हैं. लेकिन उनका फोकस साफ है. अब मेरा मकसद सिर्फ मेहनत करना और पैसे कमाना है. मेरे पीछे देखने वाला कोई नहीं है. मुझे अपने घरवालों का ध्यान रखना है, इसलिए मुझे खुद ही आगे बढ़ना होगा.

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