
आजकल लोगों की जिंदगी में काफी तनाव है. लोग शांति पाने के लिए भगवान का नाम जप की सलाह दी जाती है. इसी तरह प्रेमानंद महाराज की शरण में एक भक्त ने सवाल किया कि क्या जो लाभ माला जप करने से मिलता है, क्या वही फल काउंटर मशीन से भी करने से मिलता है? ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ लोग समय न होने के कारण काउंटर से माला जप करते हैं.

भक्त के इस सवाल पर प्रेमानंद महाराज ने जवाब देते हुए कहा कि अगर व्यक्ति अपनी इंद्रियों को नियंत्रित करते भगवान के नाम का जप करता है, तो उसे आध्यात्मिक लाभ मिलता है. ऐसा तभी संभव है जब वह ये जप माला के जरिए करता है.

इसी के साथ काउंटर को लेकर उन्होंने कहा कि काउंटर मशीन का इस्तेमाल करने में कोई हानि नहीं है. ऐसा इसलिए क्योंकि आपकी जुबान भगवान का नाम जप कर रही है. काउंटर नहीं, काउंटर सिर्फ गिनती रखने का जरिया है. ऐसे में महाराज ने ये सुझाव देते हुए कहा कि आप अगर माला का इस्तेमाल नहीं कर सकते तो काउंटर का उपयोग करने में कोई हर्ज नहीं है.

उन्होंने कहा कि आपका कल्याण माला या फिर काउंटर से नहीं होने वाला. आपका कल्याण भगवान का नाम करेगा, जो आप पहले से ही दोनों के जरिए कर रहे हैं. ये सिर्फ एक जरिया है कि आप दिन में कितनी बार नाम जप करते हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि तुलसी की माला का भी एक अलग महत्व है. जिसे हर कोई नहीं जप सकता.

अगर आप माला जप करते हैं, तो आपको कुछ नियमों का पालन करना और उन्हें जानना जरूरी है. ध्यान रहे कि आप 108 बार नाम जप करें, ये नियम उस समय तब लागू होता है जब आप माला से कर रहे होते हैं. लेकिन अगर काउंटर के साथ जप कर रहे हैं, तो ऐसा बिल्कुल नहीं है. महाराज का कहना है कि नाम जप आप किसी भी साधन से करिए. समस्या नहीं, केवल नाम जप करना जरूरी है.