नई दिल्ली/पटना, भारत24 डिजिटल डेस्क: क्या बिहार में एक बार फिर खेला होने जा रहा है? क्या महागठबंधन का साथ छोड़कर नीतीश कुमार केंद्र में सत्तासीन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के साथ जाएंगे और वह BJP के साथ सरकार बनाएंगे? इन सभी सवालों के जवाब आगामी 1-2 दिनों के दौरान मिलने वाला है. कहा तो यहां तक जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार शाम तक अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंपने के तुरंत बाद नई सरकार बनाने का दावा भी पेश कर सकते हैं. यहां हम बता रहे हैं वो बड़े संकेत, जो बता रहे हैं कि बिहार में JDU-RJD में संबंध बहुत खराब हो चुके हैं और नीतीश कुमार पाला बदलने वाले हैं.
सुशील मोदी कर चुके हैं नीतीश की सराहना
बिहार के दिग्गज भाजपा नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बयान दिया है कि केंद्रीय नेतृत्व का हर फैसला हमें मंजूर होगा. इसके साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार के उस बयान की तारीफ की है, जिसमें कर्पूरी ठाकुर जयंती पर परिवारवाद को लेकर इशारों-इशारों में लालू प्रसाद यादव के परिवार को निशाने पर लिया था. इस पर सुशील कुमार मोदी ने कहा कि परिवारवाद पर पहली बार नीतीश कुमार ने सही बात कही है.
राजनीति में बंद दरवाजा खुलता भी है
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए में वापसी की अटकलों के बीच सुशील कुमार मोदी ने यह भी कहा कि राजनीति में जैसे दरवाजे बंद होते हैं, वैसे ही खुल भी जाते हैं. इसका बड़ी संकेत माना जा रहा है कि नीतीश कुमार की वापसी की राह में बिहार भाजपा के नेताओं में भी कोई नाराजगी नहीं है.
लालू के साथ नहीं जाएंगी जीतनराम मांझी
इस बीच बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने 'भारत24' से बातचीत में बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि बिहार में कोई भी बड़ा खेला किसी भी वक्त हो सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार ने दलितों के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाई है, लेकिन अगर समय पर कोई अपनी गलतियों को सुधार ले तो उससे कैसा विरोध? साथ ही कहा कि राजनीति में कोई स्थायी दोस्त और स्थायी दुश्मन नहीं होता है. बातचीत में जीतनराम मांझी ने यह भी कहा कि लालू प्रसाद यादव ने मुझे हटाने के लिए साजिश रची थी. ऐसे में वैसे आदमी के साथ कोई भी पद मिले जाने का सवाल ही पैदा नहीं होता है. दरअसल, चर्चा है कि लालू प्रसाद यादव ने जीतन राम मांझी के बेटे को उपमुख्यमंत्री पद का ऑफर दिया है.