भारत में बनी दुनिया की पहली 24 गोलियों की मैग्‍जीन वाली 'मैक्स पिस्‍टल', जानें इसकी ताकत और खासियत

    भारत के औद्योगिक शहर कानपुर ने हथियार निर्माण के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है.

    World first 24 bullet magazine Max Pistol made in India
    प्रतिकात्मक तस्वीर/ Sociel Media

    कानपुर: भारत के औद्योगिक शहर कानपुर ने हथियार निर्माण के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. यहां स्थित एक निजी रक्षा उपकरण निर्माता कंपनी कैम स्टार डिफेंस ने देश की पहली ऐसी पिस्टल का निर्माण किया है, जो न केवल तकनीकी रूप से अत्याधुनिक है, बल्कि दुनिया की पहली 24-राउंड क्षमता वाली .32 बोर सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल के रूप में भी अपनी पहचान बना रही है. इस पिस्टल का नाम है ‘मैक्स’ (MAX) और इसे पूरी तरह भारतीय तकनीक और संसाधनों से विकसित किया गया है.

    ‘मैक्स’ की खासियत: क्यों है यह असाधारण?

    आम तौर पर बाजार में मिलने वाली .32 बोर पिस्टल्स में 8 से 10 राउंड लोड करने की क्षमता होती है, लेकिन मैक्स पिस्टल में एक साथ 24 कारतूस लोड किए जा सकते हैं. यह न केवल इसे अधिक ताकतवर बनाता है, बल्कि इसे पिस्टल से एक कदम आगे बढ़ाकर मिनी मशीन गन की श्रेणी में खड़ा करता है.

    कैम स्टार डिफेंस द्वारा तैयार की गई इस पिस्टल को कई पहलुओं से विशेष रूप से डिजाइन किया गया है:

    • बोर साइज: .32 बोर (सेमी-ऑटोमैटिक)
    • राउंड कैपेसिटी: 24 कारतूस
    • वजन: लगभग 690 ग्राम
    • लंबाई: 3.7 इंच
    • मटेरियल: हाई ग्रेड स्टेनलेस स्टील
    • कीमत: ₹1,95,000 (लाइफटाइम वारंटी सहित)

    तीन परतों की सुरक्षा प्रणाली: ट्रिपल लॉक सिस्टम

    जहां हथियारों की ताकत महत्वपूर्ण है, वहीं उनकी सुरक्षा प्रणाली भी उतनी ही अहम मानी जाती है. इस बात को ध्यान में रखते हुए मैक्स पिस्टल को ट्रिपल लॉक सेफ्टी सिस्टम के साथ डिज़ाइन किया गया है:

    • मैनुअल सेफ्टी लॉक
    • ग्रिप सेफ्टी लॉक
    • फायरिंग पिन लॉक

    इन तीन सुरक्षा उपायों की वजह से यह पिस्टल केवल तभी फायर कर सकती है जब उपयोगकर्ता सभी लॉक को सही ढंग से निष्क्रिय करे. यह सुविधा न केवल अनजाने में ट्रिगर दबने की घटनाओं को रोकती है, बल्कि इसे सबसे सुरक्षित हथियारों में से एक बनाती है.

    100% स्वदेशी तकनीक से निर्मित

    इस पिस्टल को पूरी तरह भारत में ही विकसित किया गया है. इसकी डिजाइनिंग, मटेरियल चयन, मैन्युफैक्चरिंग और फिनिशिंग हर प्रक्रिया ‘मेक इन इंडिया’ पहल के अंतर्गत की गई है. इसके पीछे IIT कानपुर की टेक्निकल मार्गदर्शन भी अहम रहा है, जिससे इस पिस्टल की गुणवत्ता और तकनीक दोनों विश्व स्तरीय बनी हैं.

    500 राउंड का सफल परीक्षण

    ‘मैक्स’ पिस्टल का 500 राउंड तक सफल फायरिंग परीक्षण किया गया है. इसके फिनिश और प्रदर्शन की तुलना कई विदेशी पिस्टलों से की जा रही है, और यह सभी मानकों पर खरी उतरी है. इसकी चिकनाई, स्थायित्व और बैलेंस्ड फायरिंग इसे शहरी और ग्रामीण दोनों इलाकों में उपयोग के लिए उपयुक्त बनाते हैं.

    अन्य मॉडल्स भी बाजार में तैयार

    कैम स्टार डिफेंस केवल ‘मैक्स’ पिस्टल तक सीमित नहीं है. कंपनी ने इसके अलावा:

    • ‘बोल्ट’ मॉडल: .30 बोर, 20 राउंड की क्षमता
    • .45 कैलिबर पिस्टल: 15 शॉट्स

    जैसे और भी मॉडल तैयार किए हैं. कंपनी का विज़न है कि देश के नागरिकों और सुरक्षा एजेंसियों को अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता के स्वदेशी हथियार उपलब्ध कराए जाएं, जो न केवल शक्तिशाली हों बल्कि अत्यधिक सुरक्षित भी हों.

    उत्तर भारत के राज्यों में बढ़ती डिमांड

    कैम स्टार डिफेंस के अधिकारियों के अनुसार, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में ‘मैक्स’ पिस्टल की जबरदस्त मांग देखी जा रही है. विशेष रूप से वे लोग जिनके पास पहले से हथियार का लाइसेंस है, वे अपनी पुरानी पिस्टल बदलकर ‘मैक्स’ को अपना रहे हैं. वहीं कई लोग इसे पहली पिस्टल के रूप में भी चुन रहे हैं, खासकर इसकी आधुनिक विशेषताओं और सुरक्षित डिज़ाइन के कारण.

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