जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों में आई तल्ख़ी का असर अब लोगों की निजी ज़िंदगियों पर भी साफ़ नज़र आने लगा है. इसी सिलसिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान की पाकिस्तानी पत्नी को भारत छोड़कर वापस पाकिस्तान भेजा जा रहा है.
सोशल मीडिया से शुरू हुई मोहब्बत, लेकिन सीमा पर सियासत हावी
सीआरपीएफ जवान मुनीर खान, जो जम्मू के घरोटा क्षेत्र के निवासी हैं, की मुलाकात पाकिस्तान की मीनल खान से सोशल मीडिया पर हुई थी. धीरे-धीरे ये बातचीत प्यार में बदली और दोनों ने शादी कर ली. लेकिन, अब हालात ऐसे बन गए हैं कि इस दंपति को एक-दूसरे से बिछड़ना पड़ रहा है.
अधिकारियों के मुताबिक, मीनल को मंगलवार को जम्मू से पंजाब के वाघा बॉर्डर के लिए रवाना कर दिया गया. विदाई के समय मीनल ने एक भावुक अपील करते हुए कहा, “मैं भारत सरकार से गुज़ारिश करती हूं कि पाकिस्तानी जीवनसाथी को उनके बच्चों और परिवार से जुदा न किया जाए. हम निर्दोष हैं और शांति चाहते हैं."
आतंकी हमले के बाद बदले नियम, वीजा सेवा पर लगी रोक
पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के नागरिकों के लिए सभी वीज़ा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. विदेश मंत्रालय ने साफ किया कि यह निर्णय सुरक्षा संबंधी चिंताओं के आधार पर लिया गया है.
सरकार की तरफ से यह भी कहा गया कि पहले से जारी किए गए SPE S (सार्क पायलट एंट्री स्कीम) वीज़ा भी रद्द कर दिए गए हैं. इन वीज़ा पर भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का निर्देश दिया गया है.
पाक नागरिकों को दी गई अंतिम तारीख
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जानकारी दी कि भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को उनके संशोधित वीज़ा की समाप्ति से पहले वापस लौटने को कहा गया है. सामान्य वीजा वालों को 27 अप्रैल और चिकित्सा वीजा धारकों को 29 अप्रैल तक की मोहलत दी गई थी.
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