Unnao News: उन्नाव जिले के औरास थाना क्षेत्र के अदौरा गांव से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पुलिस से लेकर गांव वालों तक को चौंका दिया. घरेलू हिंसा से परेशान एक महिला ने जब पुलिस को बुलाया तो किसी को अंदाज़ा नहीं था कि यह विवाद एक अवैध धंधे की परतें भी खोल देगा. पत्नी की बहादुरी से न केवल उसे इंसाफ मिला, बल्कि एक दशक से चल रहा गैरकानूनी ईंधन व्यापार भी उजागर हो गया.
पति की मारपीट से तंग आकर पत्नी ने खोली सच्चाई
अदौरा गांव निवासी नूर हसन ने शुक्रवार रात को अपनी पत्नी अमीना की बुरी तरह पिटाई की. यह पहली बार नहीं था. आए दिन मारपीट आम बात बन गई थी. शनिवार दोपहर जब फिर विवाद बढ़ा और बेटों ने मां का बचाव किया, तो नूर हसन ने बच्चों को भी पीटना शुरू कर दिया. यह सब देख अमीना ने आखिरकार हिम्मत जुटाई और डायल 112 पर कॉल कर दी.
पुलिस के सामने हुआ बड़ा खुलासा
पुलिस जब पति-पत्नी के बीच सुलह कराने पहुंची, तो अमीना ने मौके पर ही पुलिस को बताया कि उसका पति अवैध रूप से पेट्रोल-डीजल बेचता है. पहले तो पुलिस को यकीन नहीं हुआ, लेकिन जब थानाध्यक्ष ने मौके की जांच की तो होश उड़ गए.
ड्रमों में छिपा था ईंधन का काला कारोबार
नूर हसन के घर के पीछे बने गोदामनुमा हिस्से से पुलिस ने 9 ड्रम बरामद किए, जिनमें 300 लीटर पेट्रोल और 190 लीटर डीजल रखा गया था. तत्काल पूर्ति निरीक्षक दिनेश यादव को बुलाया गया और जांच की गई.
10 साल से चल रहा था अवैध धंधा
पुलिस पूछताछ में नूर हसन ने कबूल किया कि वह पिछले करीब 10 वर्षों से लखनऊ-हरदोई हाईवे और एक्सप्रेसवे पर ट्रकों से सस्ते दामों में डीजल-पेट्रोल खरीदकर उसे ऊंचे दामों में बेच रहा था. सीओ बांगरमऊ अरविंद चौरसिया ने बताया कि नूर हसन के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है. वहीं, अमीना की साहसिक पहल की चर्चा पूरे क्षेत्र में हो रही है.
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