देश के इस हिस्से में क्यों बढ़ रहा फेक शादी का ट्रेंड? असली कारण जानकर रह जाएंगे हैरान

    Fake marriages In India: अगर आप शादी के बैंड-बाजे, हल्दी-संगीत, और ज़ोरदार नाच-गाने को मिस कर रहे हैं, लेकिन किसी की शादी नजदीक नहीं है, तो अब आपको इंतज़ार करने की ज़रूरत नहीं है. दिल्ली-एनसीआर में 'फेक वेडिंग' का ट्रेंड तेजी से वायरल हो रहा है, जहां सब कुछ असली शादी जैसा होता है, सिवाय दूल्हा-दुल्हन के.

    Why is the trend of fake marriages increasing in delhi know details
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    Fake marriages In India: अगर आप शादी के बैंड-बाजे, हल्दी-संगीत, और ज़ोरदार नाच-गाने को मिस कर रहे हैं, लेकिन किसी की शादी नजदीक नहीं है, तो अब आपको इंतज़ार करने की ज़रूरत नहीं है. दिल्ली-एनसीआर में 'फेक वेडिंग' का ट्रेंड तेजी से वायरल हो रहा है, जहां सब कुछ असली शादी जैसा होता है, सिवाय दूल्हा-दुल्हन के.

    ढोल की थाप, सजी-धजी कुड़ियां, नागिन डांस, और "आज मेरे यार की शादी है" जैसे सुपरहिट गानों पर थिरकते मेहमानों का उत्साह देख लगता ही नहीं कि ये कोई नकली शादी है. इस ट्रेंड ने युवाओं से लेकर शादीशुदा जोड़ों और सीनियर सिटीज़न्स तक को अपना दीवाना बना लिया है.

    क्यों चला ये ट्रेंड?

    शादी का सीज़न न होने पर भी लोग शादी वाला मज़ा लेना चाहते हैं. यही वजह है कि फेक वेडिंग जैसे यूनिक थीम पार्टीज़ चलन में आ रही हैं. वेडिंग प्लानर रघुवीर सिंह बताते हैं, "यह वेडिंग इंडस्ट्री का हिस्सा नहीं, बल्कि एक पार्टी थीम है. शादी के माहौल को मिस कर रहे लोग इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं." 'ट्रिपी टकीला' के लव ढींगरा के मुताबिक, "ये सिर्फ Gen Z के लिए नहीं, बल्कि हर उम्र के लोगों के लिए टोटल फन पैकेज है."

    लोगों को क्यों पसंद आई 'फेक वेडिंग'?

    मुस्कान, जो एक फेक वेडिंग पार्टी में शामिल हुईं, कहती हैं, "यहां हमें असली शादी वाली वाइब्स मिलीं, लेकिन किसी रिश्तेदार की टेढ़ी निगाह नहीं." वहीं शिल्पा कठैत के लिए यह अनुभव थोड़ा इमोशनल था. "जब आप अपने परिवार से दूर होते हैं, तो ऐसे इवेंट्स एक जुड़ाव का अहसास कराते हैं."

    फेक संगीत, बर्थडे वेडिंग और सोलो वेडिंग 

    फेक वेडिंग से निकलकर अब फेक संगीत, बर्थडे वेडिंग, और यहां तक कि सोलो वेडिंग जैसे फन कॉन्सेप्ट भी चलन में हैं. 'जुम्मा की रात' के फाउंडर साहिब गुजराल बताते हैं, "शादी सबसे बड़ा फेस्टिवल है. तो क्यों न बिना शादी के ही इस फील को एंजॉय किया जाए?" बर्थडे वेडिंग में बर्थडे बॉय/गर्ल शादी जैसे कपड़े पहनते हैं, स्टेज डेकोरेशन होता है, और मेहमान बैंड-बाजे के साथ आते हैं. वहीं सोलो वेडिंग का कॉन्सेप्ट उन लोगों के लिए है जो खुद से कमिटमेंट करना चाहते हैं, बिना किसी पार्टनर के.

    विदेशों से आया, भारत में जम गया

    हालांकि भारत में यह ट्रेंड नया है, लेकिन इसकी जड़ें अमेरिका और दुबई में हैं. वहां के युवाओं ने इसे 'सोशल कनेक्शन', 'मस्ती' और 'सेल्फ एक्सप्रेशन' के रूप में अपनाया. भारत में चेन्नई, मुंबई, पुणे के बाद अब दिल्ली-एनसीआर की युवा पीढ़ी इसे दिल खोलकर एंजॉय कर रही है.

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